
सिरोही(हरीश दवे)।

भारतीय स्टेट बैंक ग्रामीण स्व रोजगार प्रशिक्षण संस्थान सिरोही में ग्रामीण विकास मंत्रालय भारत सरकार द्वारा नियुक्त State Dirctor श्री रमेश नायक एवं भारतीय स्टेट बैंक के LHO जयपुर के Nodal Officer श्री प्रदीप कुमार के द्वारा एक ग्राम पंचायत एक बैंक सखी प्रशिक्षण का उदघाटन किया गया । भारत सरकार द्वारा जारी दिशा निर्देशों के अनुसार हर ग्राम पंचायत में एक बैंक सखी का होना आवश्यक है जिससे गाँव की महिलाओं को बैंकिंग उत्पादों, सरकारी योजनाओं की जानकारी उपलब्ध हो सके साथ ही बैंक लेन देन करने की सुविधा भी मिल सके । इस अवसर पर State Director श्री नायक ने महिलाओं से सशक्तिकरण हेतु इस प्रशिक्षण को बहुत ही महत्त्वपूर्ण बताते हुए कहा कि किसी परिवार की एक महिला आर्थिक रूप से अपनी स्थायी योजगार शुरू करती है तो उस परिवार की आर्थिक उन्नति होना निश्चित हो जाती है । महिलाओं का आर्थिक रूप से समृद्ध होना देश के आर्थिक विकास में बहुत सहायक सिद्ध होता है । प्रदीप कुमार ने इस अवसर पर भारतीय स्टेट बैंक आर सेटी सिरोही द्वारा संचालित निशुक्ल प्रशिक्षण, भोजन, आवास एवं प्रशिक्षण सामग्री आदि की सुविधाओं की जानकारी से सभी को अवगत करवाया । साथ ही उक्त प्रशिक्षण के पश्चात अपने स्वयं का बैंक सखी केंद्र की स्थापना हेतु आवश्यक पूंजी हेतु बैंक ऋण सुविधा उपलब्ध करवाने में सहयोग करने की जानकारी प्रदान की । अग्रणी बैंक अधिकारी मीणा द्वारा इस अवसर पर भारत सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं के माध्यम से आर्थिक रूप से देश की गरीब जनता को आत्मनिर्भर बनने हेतु प्रशिक्षण को एक महत्वपूर्ण चरण बताया साथ ही सभी को अपील करते हुए कहा कि हमें दूसरों को भी जानकारी से अवगत करवाना चाहिए जिससे जरूरत मंदों को सरकारी योजनाओं का लाभ मिल सके । इस अवसर पर संस्थान के निदेशक कैलास गहलोत ने संस्थान द्वारा संचालित निशुल्क प्रशिक्षण महिला सिलाई, मकान के रंगाई पुताई, टीवी मोबाइल मरम्मत, एसी फ्रिज मरम्मत, मोटर साइकिल – स्कूटर मरम्मत जैसे 64 प्रकार के प्रशिक्षण की जानकारी प्रदान की । साथ ही प्रशिक्षण के साथ साथ निरंतर अभ्यास करने हेतु प्रेरित किया जिससे प्रशिक्षण के उद्देश्यों की पूर्ति हो सके । गहलोत ने बताया की उक्त प्रशिक्षण बैंक के सेवानिवृत अनुभवी मुख्य प्रबन्धक श्री गोपाल सिंह राठौड़ द्वारा 6 दिन तक प्रदान किया जाएगा । इस अवसर पर पपीया राम मीणा, हितेश खत्री, प्रवीण कुमार वधेला, देवराज वाघेला एवं ललित परमार उपस्थित थे ।


संपादक भावेश आर्य