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पोमजी महाराज का जीवन मनुष्य की श्रेष्ठता का प्रमाण हैसंयमलोढा

पोसालिया(हरीश दवे)।


विधायक संयम लोढा ने कहां कि मनुष्य सबसे श्रेष्ठ प्राणी है। पोमजी महाराज का जीवन मनुष्य की श्रेष्ठता का प्रमाण है। पोमजी महाराज को मै नमन करता हूं, उनसे हमे हमेशा सही रास्ते पर चलने की प्रेरणा मिली है। सिरोही में जिला स्तरीय नंदी शाला स्वीकृत की जिसमें 10 हजार नंदी रहेंगे। शिवगंज में भी नंदी शाला स्वीकृत की। हमे संतो के सानिध्य में रहना चाहिए, हमारा कल्याण होगा। आदमी का जन्म कहीं भी हुआ हो लेकिन उसके कर्म से आदमी महान बनता है। पोमजी महाराज शिक्षा के प्रतीक, चिकित्सा का प्रतीक, लडकियों के विवाह का प्रतीक बने। हमे हमारे बच्चो को सिखाना है जन्म से कोई बडा नही होता है, जीवन में हमेशा कर्म बहुत महत्वपूर्ण होता है। पोमजी महाराज से मुंह से निकली बात सच होती थी, हमारा सौभाग्य है कि ऐसी विभूति हमारे बीच में रही। मुझ पर उनका हमेशा आशीर्वाद रहा, कोई भी कार्य उनके द्वारा बताये गये मैने हमेशा उसे पूरा करने की कोशिश की। लोढा ग्लोबल होस्पीटल नेत्र संस्थान आबूरोड व जिला अंधता निवारण समिति सिरोही द्वारा बाबा रामदेवजी मठ खंद्रा में ब्रहमलीन संत पोमजी महाराज की प्रथम पुण्यतिथि पर संत रामनाथ महाराज द्वारा आयोजित विशाल नेत्र चिकित्सा जांच शिविर को संबोधित कर रहे थे।

विधायक संयम लोढा ने कहा कि कर्म के सामने जाति व धर्म की पैदाईश छोटी पड जाती है। दलित समाज में जन्म लेने के बाद ब्रहमलीन पोमजी महाराज ने अपने कर्म से जन जन के हृदय में जो स्थान बनाया है वो हम सबके लिये एक दीपक के समान है। उन्होने कहा कि इतिहास में ऐसे अनेकों उदाहरण है कि जब कर्म के आधार पर मनुष्य ने इतिहास में खुद का जीवन सुनहरे अक्षरों में अंकित किया है।


लोढा ने कहां कि धार्मिक क्षेत्र में पोमजी महाराज का अहम योगदान था। सरल हृदय सेवाभावी पोमजी महाराज से हजारों लोग उनसे जुडे हुए थे। बाबारामदेव भंडारे में हमेशा अपना योगदान देते थे एवं 22 सालों से भंडारे का उद्घाटन उन्होंने ही किया। गायो के प्रति विशेष प्रेम रखकर गौ सेवा में भी अपना अनुकरणीय योगदान दिया। उन्होंने कहा कि सन्यास को उपलब्ध होने वाले व्यक्ति हमसे श्रेष्ठ आत्मा है, इसी जीवन में उन्हें नया जन्म प्राप्त हुआ। पुराने रिश्ते छूट गए, पुराना नाम खत्म हो गया, नया नाम प्राप्त हो गया। पूरी दुनिया अपना परिवार हो गई। हम में से बहुत लोग जीवन की आपाधापी और सांसारिक मोह से जुडी हुई गतिविधियों की निरर्थकता को समझते है लेकिन उससे बाहर नही आ पाते है। ऐसा कहते है कि इसमें संचित पुण्य की भी एक भूमिका होती है।

इस अवसर पर रामनाथ महाराज, हनुमान महाराज, खंद्रा सरपंच तेजाराम हीरागर, ठाकुर अजयपाल सिंह सहित ग्रामीण जन मौजूद रहे। विधायक संयम लोढा का शिविर में पहुंचने पर रामनाथ महाराज ने माला व साफा से स्वागत सत्कार किया।

392 लोगो के नेत्र की हुई जांच, 36 ऑपरेशन के लिए चिंहित पोमजी महाराज की प्रथम पुण्यतिथि पर आयोजित नेत्र जांच शिविर में 450 लोगो के नेत्र की जांच कर दवाईयां दी गई। 36 लोगो को ऑपरेशन के लिए चिंहित किया गया। ग्लोबल होस्पीटल नेत्र संस्थान के मांगीलाल ने बताया कि 50 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्ग लोगो को अपने आंखो की जांच अवश्य करानी चाहिए। उन्होने बताया कि ऑपरेशन के लिए चिंहित लोगो का आधुनिक पद्वति से बिना टांको के लैंस प्रत्यारोपण के साथ नि:शुल्क ऑपरेशन किया जाएगा। शिविर में 293 लोगो को जांच के बाद चश्मे वितरित किये।

संपादक भावेश आर्य

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