
7 दिसम्बर सिरोही (हरीश दवे) ।

गत दिनों सम्पन्न विधानसभा चुनावो में कोंग्रेस का राज राज भी बदला व 5 साल में सत्ता बदलने का रिवाज भी बदला नही बदला तो सिर्फ नगर परिषद का रिवाज जहाँ हर विधायक को उस काल के बोर्ड के भस्ट्राचार का सामना करना पड़ता है जो एंटी इनकंबेंसी के रूप में विधायक को भुगतना पड़ता है व हारने वाला प्रत्याशी सिरोही नगर परिषद व शिवगंज नगर पालिका में पिछड़ जाता है व शहरी वोटो में प्रत्याशी की हार होती है। जिसका नतीजा इस बार निर्दलीय विधायक संयम लोढा को कांग्रेस बोर्ड के सभापति महेन्द्र मेवाडा के कांग्रेसी बोर्ड में ऐसा दिखा कि वो सिरोही नगर व सभापति के वार्ड में भी पिछडे यही स्थिति शिवगंज नगर पालिका की भी रही। जहां निर्दलीय विधायक को विकास के बावजूद चुनावी मात खानी पडी।
गत दो दशकों में देखने को आया की पूर्व में पूर्व विधायक तारा भंडारी को पूर्व चेयरमैन श्रीमती उषा किरण शाह, संयम लोढा को पुर्व सभापती श्रीमती जयश्री राठौड़ पूर्व पशुपालन मन्त्री ओटाराम देवासी को पूर्व भाजपा बोर्ड के कथित भस्ट्राचार व जन आक्रोश से हारना पड़ा वही यही यही इतिहास इस बार के चुनावों में भी दोहराया गया जहां सिरोही-शिवगंज विधानसभा की स्वायत्त शाषी संस्थाओं में पूर्व निर्दलीय विधायक संयम लोढा ने जम कर विकास करवाया पर विकास में ठेकेदारो के भस्ट्राचार, लेट लतीफी व अनियमित्तताओ के अलावा सिरोही नगर की जनता के हितों की निर्वाचित बोर्ड की अनदेखी व चकाचोंध के विकास की कमियों के चलते सिरोही नगर की जनता ने विकास पुरुष के विकास को धत्ता बताई व कोंग्रेस बोर्ड व प्रशाषन की नीतियों का जवाव सत्ता ने विधायक को बदल के दिये। सिरोही नगर परिषद ठेकेदार व संविदा कर्मियों की प्रयोगशाला बन गई जहां जिला मुख्यालय पर सीवरेज लाइन, गेस लाइन, जलदाय पाइप लाइन बिछाने,नगर व हाइवे की सड़कों का खूब विकास हुआ। सड़के चैड़ी करने के नाम सैकड़ो दरख्त कटे। पर विकास के नाम इस बोर्ड में जनता को सिर्फ खड्डे व टूटी फूटी नालियां बनी पर सड़क निर्माण व मरम्मत के बाद निर्दलीय विधायक रहे संयम लोढा व सभापती महेंद्र मेवाड़ा ने भाजपा व निर्दलियो पर पूरी मेहर रखी पर नगर वासियो की मूल समस्याओं की अनदेखी की। सीवरेज लाइन बिछाने व नगर के आधारभूत ढांचे में ख्यात नाम निर्माण कम्पनी एलएनटी का कार्य इतना घटिया है जिसके फोड़े भविष्य में फूटेंगे व सीवरेज लाइन के अलग अलग ठेकेदारो ने लाइन बिछाने के दौरान फूटी पाइप लाइनों को दुरस्त नही किया जिससे जलदाय विभाग की नियमित आपूर्ति के दौरान 20 लाख लीटर पानी जमीन में रिस रहा है।
सिरोही नगर परिषद में एक्सईएन महेंद्र चैधरी लंबे समय तक कार्य वाहक आयुक्त रहे व उन्होंने शार्दुलपुरा, राजीब नगर, सुभाष नगर, सर्वधाम व लंबे समय से विवादित आवासीय योजनाओ व भूमि प्रकरणों को हल करने में दिलचस्पी दिखाई और उसके बाद जिला मुख्यालय पर कभी मूल आयुक्त नगर परिषद में नही लगा। लेकिन राजस्व अधिकारी व कम लेवल के कार्मिक संमय संमय पर बदलते रहे व सिरोही नगर परिषद जैसे भूमाफियाओं की मददगार हो गई व अनेक नियमो के विपरीत बनी कोलोनोयो सदर बाजार, नगर के चारो ओर अवेद्ध अतिक्रमन व अवेद्ध निर्माण के पनपे साम्राज्य में संकडी व 60 फीट कम चैडी सडको व मुख्य मार्गो पर बिना पार्किंग सेटबैक के अनाधिकृत बांध काम से नगर परिषद के राजस्व को परिषद के राजनीतिक सिस्टम ने चपत लगाई जा रही है तो प्रशासन शहरों के संग अभियान में आम जन को भले फायदा हुआ पर भूमाफियाओं के भी जम कर वारे न्यारे हुए व नालो, तालाब, की भूमि पर पट्टे व अवेद्ध निर्माण किये जिसके खिलाफ नगर परिषद में विपक्षी पार्षदो की चुप्पी चर्चा का विषय रही। नगर परिषद क्षेत्र में आई लव सिरोही सेल्फी पॉइंट नए उधान व मूर्तियों को लगाने का सराहनीय कार्य भी विवादित हो गया पर आनन फानन में हुए कार्यो पर भस्ट्राचार के आरोप भी लगे व स्टे भी आया पर नगर परिषद द्वारा बनाये गए उद्यानों की न तो साफ सफाई होती है व उत्पन्न हुई खरपतवार में आमजन को मच्छरो की फौज का खतरा रहता है। सिरोही नगर परिषद की जनता को मौजूदा समय अवैद्ध पार्किंग, आवारा पशुओं व भटकते कुत्तों व सफाई अव्यवस्था की समस्या से आम जन की फरियाद नगर परिषद में कोई सुनने वाला नही है। नगर परिषद कार्यालय व आवास आयुक्त आवास के बाहर ही सवेरे से अवैध वाहन स्टैंड पूरे पालिका बाजार, सदर बाजार, राजमाता धर्मशाला रोड, गोयली चैराहा फुटपाथ पनपा दिए है व पैलेस रोड बीच सड़क पर निजी एम्बुलेंस, व लोरियों के ग्राहकों की पार्किंग से आये दिन होने वाली दुर्घटनाएं आवारा पशुओं व कुत्तों को बचाने के फेर में होती है। जिसकी शिकायत नगर परिषद में होती है पर न आयुक्त, न सभापति महेंद्र मेवाड़ा व कोंग्रेस बोर्ड के पार्षदो व विपक्ष को इसकी सुध है। पूरा नगर व सार्वजनिक स्थान पॉलीथिन के ढेर से अटे पड़े है। मोहल्लों में नालियां प्रदूषित है, पर जिला मुख्यालय पर नगर परिषद प्रशाषन को न तो सफाई व्यवस्था, न रात्रि कालीन विधुत अव्यवस्था व आवारा पशुओं की समस्या के समाधान की फुर्सत है। जिससे जिला मुख्यालय व बाहर से आने वाली जनता सरजावाव दरवाजे, पार्षद अनिल सगरवंशी गली, छोटी मस्जिद से जेल चैराहे व खण्डेलवाल मन्दिर सदर बाजार में भयंकर दिक्कतों का सामना कर रही है।
वही आम जनता का कहना है की अब तो प्रदेश में भाजपा की सरकार बदल गई है व भाजपा के ओटाराम देवासी प्रचन्ड मतों से जीत गए है, पर क्या वो गत सरकार के सिरोही नगरपरिषद के कारनामो को उजागर कर प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद सिरोही नगर परिषद में पनपे ठेकेदार राज में संविदा कर्मियों के बूते चल रहे स्वायत्त शाषी राज में नगर परिषद का निजाम बदल नगर वासियो को जिला मुख्यालय में स्वच्छ प्रशासन दिलवा पाएंगे अब इस पर सबकी नजर है।


संपादक भावेश आर्य