कांग्रेस जिलाध्यक्ष चयन पर पर्यवेक्षकों ने की रायशुमारी, कार्यकर्ताओं से लिया फीडबेक

-जिलाध्यक्ष चयन में कार्यकर्ताओं के साथ धोखा नहीं होगा- केन्द्रीय पर्यवेक्षक परेश धनानी
-आधार व जनआधार विहिन 40 आवेदन जिलाध्यक्ष की दावेदारी
सिरोही 12 अक्टुबर (हरीश दवे)।

कांग्रेस में संगठनात्मक दृष्टि से सुधार लाने को पार्टी हाईकमान के चल रहे देशभर में संगठन सर्जन अभियान के तहत सिरोही जिले में भी संगठन की मजबूती व जिलाध्यक्ष के चुनावो को लेकर गुजरात से लगते राज्य राजस्थान में तीन विधानसभाओं वाले छोटे से जिले सिरोही में किसी मजबूत व्यक्तित्व को पार्टी का जिलाध्यक्ष बनाने की कवायद में नियुक्त केन्द्रीय पर्यवेक्षक गुजरात विधानसभा के पूर्व नेता प्रतिपक्ष परेश धनानी,राज्य पर्यवेक्षक प्रदेश कांग्रेस महासचिव सुमन यादव, नरेश चौधरी व पूर्व मंत्री गोविंद राम मेघवाल ने शनिवार को सिरोही आकर सर्किट हाउस में नेताओं व कार्यकर्ताओं से रायशुमारी कर उनसे फीडबेक लिया।
इस दौरान केंद्रीय व राज्य पर्यवेक्षकों के समक्ष जिलाध्यक्ष के दावेदारों में पूर्व जिलाध्यक्ष, पूर्व प्रधान व विधानसभा चुनाव-2018 के प्रत्याशी जीवाराम आर्य सहित करीब 40 से भी अधिक ने अपने बायोडाटा के साथ फार्म भरकर आवेदन प्रस्तुत किए। कुछेक नेताओं ने तो अपनी मजबूत दावेदारी जताने के लिए पर्यवेक्षकों के समक्ष शक्ति प्रदर्शन भी किया।
पर्यवेक्षकों ने आवेदन करने वाले नेताओं व उनके साथ आये समर्थकों से दावेदारी को लेकर संवाद भी किया।गुटबाजी से दूर पार्टी का हित व आगामी चुनाव में जीत चाहने वाले कार्यकर्ताओं ने तो पर्यवेक्षकों को बताया हैं कि सिरोही जिले में पार्टी की स्थिति बेहद दयनीय हैं। नेता,जनप्रतिनिधि जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं को नजरअंदाज करने की मनमानी पर तुले हुए हैं। जिला कांग्रेस की बैठक व कार्यक्रमों में पूर्व जिलाध्यक्ष, पूर्व प्रधान व पूर्व प्रत्याशियों को नहीं बुलाकर पार्टी संगठन को कमजोर करने पर आमादा हैं व मौजूदा जिलाध्यक्ष आनंद जोशी की कार्यशैली पर भी कार्यकर्ताओ ने पर्यवेक्षक के सामने सवाल खडे किये व संगठन की हर गतिविधि से ब्लॉक संगठन में कोई राजनीतिक कार्यक्रम व विपक्ष की भूमिका पर उनकी मौन भूमिका को बताया। कार्यकर्ताओं ने कहा कि किसी विधायक, पूर्व विधायक या बड़े नेता की सिफारिश से जिलाध्यक्ष नियुक्त किया जायेगा तो वह आम कार्यकर्ताओं के साथ धोखा और पार्टी को भारी नुकसान होगा।
इससे पहले पर्यवेक्षकों ने सिरोही के पनिहारी गार्डन में जिला कांग्रेस कमेटी के बैनर तले अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की ओर से कार्यकर्ताओं की सभा को संबोधित कर पार्टी संगठन को मजबूत करने की दिशा में काम करने व एकजुट होकर आगामी चुनावों में कांग्रेस को विजय श्री दिलाने की अपील की। उन्होंने कहा कि जिलाध्यक्ष के चयन के मामले में सबको सुना जाएगा।कार्यकर्ताओं के साथ धोखा नहीं होगा।
कांग्रेस जिलाध्यक्ष की दौड में ऐसे कार्यकर्ता ज्यादा है जिनके पास न तो कोई जनाधार है न राजनीतिक व्यक्तित्व। बस उम्मीदवार जताने के लिए वो दावेदारी कर रहे है। लेकिन ऐसे ही दावेदारो में आबूरोड के कांग्रेस के प्रदेश महासचिव व पाली-फलौदी के प्रभारी हरीश चौधरी तथा कांग्रेस के कद्दावर नेता पुखराज गहलोत ने कल अपनी दावेदारी तगडी जतायी। पुखराज गहलोत सैकडो समर्थको के साथ नारेबाजी करते हुए सर्किट हाउस में आये की पर्यवेक्षको को भी बंद कमरे से बाहर आना पडा। जहां पुखराज गहलोत ने उन्हे तलवार भेंट की और उनके समर्थको ने उन्हे जिलाध्यक्ष बनाने की मांग रखी। पणिहारी गार्डन में पर्यवेक्षक व पूर्व नेता प्रतिपक्ष गुजरात विधानसभा परेश धनानी के संबोधन के दौरान उन्होने संगठन की मजबूती में अनेक बात कही और वंशवाद पर जब उन्होने टिप्पणी की तो सांसद का चुनाव लड चुके पूर्व सीएम के पुत्र वैभव गहलोत को यह बात अखरी और उन्होने अपने संबोधन के दौरान धनानी की टिप्पणी को अपने उपर कटाक्ष मान लम्बा चौडा उद्बोधन दे डाला।
उन्होंने संगठन को मजबूत करने व पार्टी का जनआधार कैसे बढ़े इसके लिए काम करने वाले जिलाध्यक्ष का चयन करवाने में सहयोग करने पर बल दिया। सभा में कांग्रेस के सांसद प्रत्याशी वैभव गहलोत व रेवदर से निर्वाचित विधायक मोतीराम कोली ने भी उपस्थित रहकर पार्टी हित में अपने विचारों से कार्यकर्ताओं को लाभान्वित किया। मौजूदा जिलाध्यक्ष आनंद जोशी ने स्वागत भाषण देते संगठन सर्जन अभियान की जानकारी दी।
सभा में मुख्य रूप से पूर्व जिलाध्यक्ष जीवाराम आर्य, राजेन्द्र सिंह सांखला, पूर्व विधायक गंगाबेन गरासिया, लालाराम गरासिया, सन 2009 में सांसद प्रत्याशी रही संध्या चौधरी, आबूरोड़ प्रधान लीलाराम गरासिया, पूर्व जिला प्रमुख चन्दन सिंह देवड़ा व अनाराम बोराणा को भी मंच साझा करने का अवसर दिया गया।
कांग्रेस संगठन जिले में फिलहाल रेवदर विधानसभा में काबिज है तथा सिरोही शिवगंज व आबू पिण्डवाडा कांग्रेस के हाथ से जा चुकी है और अब कांग्रेस संगठन हर हाल में जिला परिषद पांचो पंचायत समिति व नगर निकायो में बाजी मारना चाहता है। और जिले में फिलवक्त कांग्रेस में संयम लोढा ही कांग्रेस व कांग्रेस ही संयम लोढा है तथा जिले में कोई भी आन्दोलन बिना संयम लोढा के अधूरा है तथा विपक्ष की भूमिका से कांग्रेस ने किनारा कर दिया है। कांग्रेस का एक बडा तबका जिलाध्यक्ष के रूप में विधायक संयम लोढा को देखना चाहता है तो जिले की राजनीति में संयम लोढा के धूर विरोधी सांसद निरज डांगी, विधायक रतन देवासी, पूर्व जिला प्रमुख चंदनसिंह देवडा व कांग्रेसियो का एक खेमा पूरी तरह से संयम लोढा के विरोध में है जिसमें जिलाध्यक्ष की दावेदारी में हरीश चौधरी, हेमलता शर्मा, हरीश परिहार, हरीश राठौड रूखाडा, नगेन्द्रसिंह मेडतिया व पुखराज गहलोत की प्रबल दावेदारी है।
जिसमें सूत्र बताते है कि जिलाध्यक्ष के चुनावो में पूरे संगठन की चलेगी या संयम लोढा की ?
पर यह तय है की इस बार कोंग्रेस का जिलाध्यक्ष दम दार होगा।




संपादक भावेश आर्य