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वेतन के लिए तरसते व्यावसायिक प्रशिक्षक, पिछले 6 माह से नहीं मिला वेतन,

सिरोही(हरीश दवे)।

व्यावसायिक शिक्षकों को अपनी मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु उधार मिलना भी बंद हो गया है ।उनके परिवार संकट में है । सिरोही जिले में वर्ष 2015 से व्यावसायिक शिक्षा संचालित है। जिसमें विभिन्न व्यावसायिक प्रशिक्षण प्रदाता कम्पनियों द्वारा राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद् जयपुर द्वारा टेण्डर प्रक्रिया द्वारा राजकीय विद्यालय हेतु व्यावसायिक प्रशिक्षकों को कक्षा 9वीं से 12वीं तक के विद्यार्थियों को कौशल शिक्षा देने हेतु लगाया है। इस केन्द्र प्रवर्तित योजना अन्तर्गत केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा मिलकर व्यावसायिक शिक्षा का बजट एवं व्यावसायिक प्रशिक्षकों के मानेदय हेतु बजट जारी किया जाता है।जब भी 6 महिने 12 महिने के बाद मानदेय मिलता है ।कंपनी द्वारा मनमानी कटौतियों हो रही है। जिले में कार्यरत व्यावसायिक प्रशिक्षण प्रदाता द्वारा नियोजित व्यावसायिक प्रशिक्षकों को पी.एफ. और. ई.एस.आई.सी. इत्यादि प्रकार की वेतन करके पूर्व में टेण्डर में निर्धारित मानदेय 22000/- रूपये मासिक में कटौती करते हुए मानदेय 20035/- रूपये ही दिया जाता है। जिसकी कटौती की कोई आवश्यकता नहीं होने पर भी कटौती की जा रही है ।जबकि राजस्थान सरकार द्वारा पूर्व में ही विभिन्न चिकित्सा सेवाओं के निःशुल्क कर आम लोगों को राहत प्रदान की जा रही है। लेकिन इन कम्पनियों द्वारा ये सभी सेवाएं निः शुल्क होने के बावजूद मुख्यमंत्री महोदय के आदेशों की अवहेलना कर इनके मानदेय से प्रतिमाह कटौती की जा रही है।◼️राज्य सरकार द्वारा भुगतान होनेे बाद भी व्यावसायिक प्रशिक्षको को नहीं हो रहा समय पर मानदेय का भुगतान◼️सिरोही जिले में व्यावसायिक प्रशिक्षण प्रदाता कंपनी इन्डियन इन्सट्यूट आफ स्किल डवलपमेन्ट गुरूग्राम द्वारा सिरोही जिले में 70 व्यावसायिक प्रशिक्षक कार्यरत है। जो कौशल विकास की शिक्षा विद्यार्थियों को दे रहे है। इन्डियन इन्सट्यूट आफ स्किल डवलपमेन्ट गुरूग्राम कंपनी के स्टेट हैड पंकज कुमार इन व्यावसायिक प्रशिक्षको के वेतन का काम समय पर पूरा नहीं कर पा रहे है ।जिस कारण इन व्यावसायिक प्रशिक्षकों के पिछले 6 माह से मानदेय नहीं आया है। इन सभी कार्य में कंपनी स्टेट हैड पंकज कुमार का यह कहना है कि व्यावसायिक प्रशिक्षकों के मानेदय की फाईल का पुर्न भुगतान जिला कार्यालय से नहीं हुआ है। सिरोही जिले के व्यावसायिक प्रशिक्षकों द्वारा स्थानीय कार्यालय में जाने पर यह ज्ञात हुआ कि इनकी पुर्नभरण फाईलों का पुर्नभरण जिले में लेखाकर्मी नहीं होने से लम्बित है। राज्य स्तर पर कोई कार्यवाही नहीं हो रही है ।सिरोही जिले में शिक्षा विभाग के लेखाकर्मी का पद रिक्त है।सिरोही जिले में कार्यरत समस्त व्यावसायिक प्रशिक्षको को समय पर मानदेय नहीं मिलने पर इन व्यावसायिक प्रशिक्षको द्वारा बार-बार मेल अभियान चलाने के बावजूद भी राज्य कार्यालय शिक्षा संकुल जयपुर द्वारा ऐसी कंपनी को योग्य घोषित किया गया है। इससे यह प्रतीत होता है कि सभी राज्य अधिकारी इनसे मिले हुए है।सिरोही जिले में कार्यरत व्यावसायिक प्रशिक्षकों को पिछले 6 माह से मानदेय का भुगतान नहीं किया जा रहा है। इससे रोजगारोन्मुखी शिक्षा की दुर्लभ गति हो रही है ।

संपादक भावेश आर्य

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