श्री वेदलक्षणा सुरभी गो आराधना महोत्सव का हुआ शुभारम्भ

देशभर के हजारों गोभक्त पहुँचे नंदगाँव
रेवदर (विक्रम कुमार डाबी)।

गोधाम पथमेड़ा की शाखा मनोरमा गोलोक तीर्थ नंदगांव में सुरभी गो आराधना महोत्सव के अंतर्गत गोनवरात्र अनुष्ठान मंगलवार को वैदिक मंत्रों उच्चारण के साथ आरम्भ हुआ। 9 दिन तक चलने वाले इस महोत्सव में अनुष्ठान सहित कई कार्यक्रम आयोजित होंगे। कार्यक्रम के लिए देश भर से हजारों श्रद्धालु पहुँच रहे है।
परम श्रद्धेय गोऋषि स्वामी दत्तशरणानंद महाराज के पावन सानिध्य में दिव्य अनुष्ठान शुरू हुआ। महोत्सव के अंतर्गत गिरधर गोपाल शास्त्री द्वारा गोभक्तमाल कथा का शुभारम्भ हुआ। गोधाम पथमेड़ा के धर्माचार्य गंगाधर पाठक वृंदावन के आचार्यत्व एवं प्रधान यजमान गोवत्स विट्ठल कृष्ण के यजमानत्व में यह अनुष्ठान चल रहा है। अनुष्ठान के साथ ही गोवत्स गोभक्ति पाठशाला आयोजित होगी। इस पाठशाला का आयोजन 15 से 19 नवम्बर तक होगा। जिसमें देश के युवा गो भक्त भाग लेंगे। 22 नवंबर तक चलने वाले इस पूरे महोत्सव में परमहंस स्वामी प्रज्ञानानन्द महाराज जगन्नाथपुरी का भी सानिध्य मिलेगा। मंगलवार को गोधाम पथमेड़ा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष किशोर नेतरा, वरिष्ठ न्यासी देवाराम जागरवाल कैलाशनगर द्वारा सपरिवार गौपूजन किया गया।

इन संतों का रहेगा समागम
सुरभी गो आराधना महोत्सव के मुख्य अतिथि के रूप में क्रियायोग के विश्व आचार्य परमहंस स्वामी प्रज्ञानानंद महाराज संस्थापक अंतरराष्ट्रीय प्रज्ञान मिशन हरिहर गुरूकुल आश्रम बालीघाई जगन्नाथपुरी उड़ीसा संपूर्ण महोत्सव के समय विराजमान रहेंगे। वयोवृद्ध पुज्य संत सियावल्लभदास महाराज, स्वामी जगदीशानंद महाराज ओंकारेश्वर, संत राममोहन दास वृन्दावन धाम, महंत रविन्द्रानंद महाराज जुना अख़ाङा हरिद्वार, ब्रह्मचारी दीनदयाल महाराज वेदलक्षणा गोतीर्थ आसापुरा वन खिरोङी, संत बलदेव दास महाराज श्रीठाकुर गोसेवाश्रम पालङी, ब्रह्मचारी अनंत चैतन्य महाराज श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेङा शाखा बैंगलोर, ब्रह्मचारी ऋषि चैतन्य महाराज श्रीकामधेनू महाशक्तिपीठ आनंद वन गोधाम पथमेङा, संत गोपालदास महाराज श्रीपथमेङा नंदीशाला बैरठ जालोर आदि अनेक संत महात्माओ के मंगलमय सानिध्य एवं मार्गदर्शन मे आयोजन प्रारंभ हो गया है। श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेङा न्यास के पदाधिकारियों सहित समस्त प्रबंधन विभिन्न व्यवस्थाओ मे लगे हुए है।
दैनिक उपासना एवं प्रशिक्षण में यह रहेगा कार्यक्रम
दैनिक कार्यक्रम के तहत प्रातः 5 से 5: 30 बजे जागरण एवं अंग शुद्धिकरण, 5.30 से 7 बजे गोतीर्थ परिक्रमा, गोसेवा एवं सुर्य नमस्कार, 7 से 8.30 बजे गो-गंगा जल स्नान, सुरभि सहज ध्यान एवं गोपुजन अर्चन, 8.30 से 9 बजे वस्त्र परिवर्तन एवं बाल भोग ग्रहण, 9 से 12 बजे गोभक्ति पाठशाला विषय वार व्याख्यान एवं प्रयोग, 12 से 2 बजे मध्याह्न भोजन, विश्राम एवं अनुभव लेखन, 2 से 4.30 बजे गोभक्ति पाठ्यक्रम प्रयोग एवं प्रश्नोत्तर, 4.30 से 7.30 बजे सायंकालीन गोसेवा, गोरज स्नान, सुरभि संध्या ध्यान एवं आरती, 7.30 से 9.30 बजे सायं भोजन प्रसाद एवं गोभक्ति संगीत संध्या 9.30 से 4.30 बजे (7 घंटे विश्राम) रात्रिकालीन मुक सत्संग एवं विश्राम होगा।


संपादक भावेश आर्य