सहस्त्र औदिच्य गोरवाल समाज का मेला आम्बेश्वर धाम में सम्पन्न,

22 स्थान पंचोत्री के सहस्त्र औदीच्य गोरवाल समाज का महाकुंभ,
141 प्रतिभावान छात्र छात्राये हुए सम्मानित,
अपने बच्चों को संस्कार वान बनाये-शिक्षाविद ओम प्रकाश ओझा
सिरोही(हरीश दवे)।

श्री सहस्त्र औदिच्य गोरवाल ब्राह्मण समाज 22 थान, पंत्रोत्री का वर्ष 1958 से स्थापित वार्षिक मेला आम्बेश्वर महादेव तपोभूमि में हर्षोल्लास व धूमधाम से परम्परागत तरीके से सम्पन्न हुआ जिसमें सवेरे 8 बजे लक्ष्मीनारायण मंदिर से आम्बेश्वर महादेव की सीढियो तक कलश यात्रा निकली व उसके बाद सामाजिक सम्मेलन में प्रतिभावान 141 छात्र छात्राओं को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर आयोजक ओमप्रकाश ओझा ने उपस्थित जनसमुदाय को अपने समाज की परम्पराओं को निर्वहन करते हुए सनातन आहार सनातन विचार व संस्कृति के मूल्यो को युवा पीढी को सौप सामाजिक एकता को मजबूत कर भविष्य की पीढी को सनातन राष्ट्रनीत बनने का आह्वान किया।

श्री सहस्त्र औदिच्य गोरवाल समाज सेवा संस्थान के अध्यक्ष हरीश दवे ने विज्ञप्ति जारी कर बताया कि आम्बेश्वर धाम में मेले के शुभारंभ पर दीप प्रज्जलित कर एक सरस्वती वंदना के साथ किया। जिसकी अध्यक्षता शांतिलाल भीकजी उड व ओमप्रकाश सादडी के यजमानत्व में हुआ। इस अवसर पर मफतभाई, कीर्तिभाई, श्रीमती पिंकी ओझा, राखी ओझा का माल्यार्पण कर स्वागत किया गया तथा अध्यक्ष गोविन्दभाई ओझा ने यजमान ओमप्रकाश ओझा सादडी का बहुमान किया। सामाजिक सम्मेलन को मफत भाई, कालीदास दवे, रमेश भट्ट ने सम्बोधित किया।
सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए आयोजक व यजमान ओमप्रकाश ओझा ने उपस्थित समाज बंधुओ को अपने सारगर्भित उद्बोधन में कहा कि अपनी संतानो को संस्कार पहले दे संस्कारवान पीढी ही उन्नत समाज की रचना कर सकती है। हमारा समाज सात्विक समाज है हमें खान, पान, आहार, योग, प्राणायम पर बल देना चाहिये तथा बदलते जमाने में हमे भी संस्कारो को कायम रखते हुए आधुनिकता की तरफ भी बढना होगा तथा समाज में हो रहे बदलाव को अपनाकर शिक्षा, चिकित्सा खेल, संस्कृति, कला हर क्षेत्र में युवाओ को प्रोत्साहन देकर आगे लाना होगा।
उन्होने कहा कि दैनिक जीवन में प्रातः सूर्योदय से पूर्व उठने की आदत व अपनी गोरवाल परम्पराओं को कायम रखना होगा तथा आज तारीख में समाज में एकजुटता जरूरी है। इसलिए सभी को समाज व राष्ट्र के विकास के लिये एकजुट होकर रहना होगा।
मंच संचालन एडवोकेट रमणिकलाल त्रिवेदी ने किया तथा उन्होने बताया कि अगला मेला लक्ष्मीदेवी भंवरलालजी निवासी गोल की तरफ आयोजित है उन्होने आज के मेले को सफल बनाने में दिये सहयोग के लिए समस्त आगतुको को आभार जताया।
इस अवसर पर गोविन्द भाई ओझा, बकुलभाई, भरतभाई ओझा,नरेश ओझा,संजय ओझा, सुधिर बुधिया, वरदीशंकर दवे, प्रभाशंकर दवे, वेकुंठभाई, एडवोकेट प्रमोद दवे, एडवोकेट चेतन दवे, श्रीमती मालती भट्ट समेत सैकडो गोरवाल नरनारी उपस्थित थे।
श्री सहस्त्र औदिच्य गोरवाल समाज सेवा संस्थान के अध्यक्ष हरीश दवे ने कहा कि ओदिच्य गोरवाल समाज सदियो से सिरोही जिले की सेवा करता आया है। देश की आजादी की लडाई से संविधान निर्माण तक तथा शिक्षा, चिकित्सा, कला के क्षेत्र में समाज सदैव अपनी भूमिका निभाता आया है और आज के मेले के दृश्य व समाज की एकजुटता से यही लग रहा है कि आने वाले समय में गोरवाल युवा चेतना समाज व राष्ट्र के विकास में अहम भूमिका निभायेगी।




संपादक भावेश आर्य



