बत्तीसा बांध सिचाई परियोजना का निर्माण पूरा, लेकिन इस साल भी नही मिल पाएगा लोगो को पानी

संयम लोढा ने निरीक्षण के बाद अतिरिक्त मुख्य सचिव अखिल अरोडा को करवाया अवगत
लोढा ने कहां अभी तक पानी की पाईप लाईन ही कनेक्ट नही की, प्रेशर सिंचाई का अब तक टेंडर स्वीकृत नही
लोढा ने कहां पौने दो साल से राज्य सरकार ने प्रेशर सिंचाई की अभी तक अनुमति नहीं दी
आबूरोड/सिरोही(हरीश दवे)।

करोड़ों रुपए की लागत से बना बत्तीसा बांध सिंचाई परियोजना का निर्माण पूरा होकर ओवरफ्लो हो गया लेकिन इस साल न तो सिंचाई के लिए पानी मिल पाएगा और न हीं पीने के लिए। 2023 में पूर्व विधायक संयम लोढ़ा ने इस काम का शिलान्यास किया था और अक्टूबर 2025 में पीने का पानी पहुंचने का लक्ष्य था लेकिन विभाग की प्रगति को देखते हुए, काम की प्रगति को देखते हुए अभी अगले साल तक भी पानी पहुंचना मुश्किल लगता है। संयम लोढा ने बत्तीसा बांध का निरीक्षण किया जिसमें पाया कि बत्तीसा बांध से प्रेशर सिंचाई के लिए 2023 में टेंडर हुआ था लेकिन आदर्श आचार संहिता लग जाने के कारण टेंडर स्वीकृति के लिए राज्य सरकार को भेजा गया तब से अब तक विभाग के अधिकारी कई बार पत्र राज्य सरकार को लिख चुके हैं लेकिन उक्त प्रेशर सिंचाई का टेंडर स्वीकृत नहीं किया गया जिस कारण से पानी की भारी उपलब्धता के बाद भी इस क्षेत्र की सैकड़ो हेक्टेयर भूमि जिसको सिंचाई के लिए पानी दिया जाना चाहिए था वह नहीं दिया जा सकेगा।
पूर्व मुख्यमंत्री सलाहकार संयम लोढा ने जलदाय विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अखिल अरोड़ा से फोन पर बात कर उन्हें बत्तीसा बांध सिंचाई पेयजल योजना सिरोही जलदाय प्रोजेक्ट की धीमी गति के बारे में अवगत कराया। उन्हें बताया कि जलदाय विभाग के धीमी गति से चल रहे काम के कारण बत्तीसा बांध ओवरफ्लो होने के बाद भी लोगों को सिंचाई के लिए पानी नहीं मिल पाएगा क्योंकि विभाग ने जो पाइप बांध से पानी की निकासी के लिए छोड़ा गया है, उस पाइप से सिंचाई एवं पीएचडी की 2 लाइन कनेक्ट होगी लेकिन उसको अभी तक उसको कनेक्ट नहीं किया गया है और न ही इसका निर्माण पूरा किया। इस कारण बांध भरा हुआ और ओवरफ्लो होने के बाद भी सिंचाई नहीं हो पाएगी। इसमें करोड़ों रुपए सरकार के लगे हैं लेकिन इसके बाद भी क्षेत्र के लोगों को इसका लाभ नहीं मिल रहा है। बांध का पानी अक्टूबर 2025 में सिरोही पहुंच जाना चाहिए था लेकिन अभी तक जो परिस्थिति है उसमें लग रहा है कि 2026 तक भी पानी नहीं पहुंच पाएगा। आबूरोड से लेकर सिरोही के बीच में रास्ते के 36 इस पेयजल योजना में शामिल है और पिंडवाड़ा, सरूपगंज, भावरी जैसे बड़े कस्बे भी इसमें शामिल है लेकिन धीमी गति से चल रहे कार्य के चलते अगले 1 साल तक भी पानी नहीं पहुंच पाएगा। इस पर अतिरिक्त मुख्य सचिव अखिल अरोडा ने इस मामले में शीघ्र कार्य तेजगति से करवाने का आश्वासन दिया।
पूर्व विधायक संयम लोढा ने बताया कि जल संसाधन विभाग द्वारा 7 दिसम्बर 2023, 6 फरवरी 2024, 28 मई 2024, 13 नवंबर 2024 को राज्य सरकार को पत्र प्रेषित कर बत्तीसा बांध से प्रेशर सिंचाई के लिए अनुमति चाही गई थी लेकिन आज दिन तक राज्य सरकार द्वारा पत्र का कोई जवाब नही दिया गया। निरीक्षण में लोढा ने पाया कि सिंचाई व पीएचडी को कनेक्ट करने वाले पाईप खुले ही पडे हुए है। इस अवसर पर जलदाय विभाग सहायक अभियंता वर्षा गोयल, एसटी प्रकोष्ठ जिला अध्यक्ष लखमाराम गरासिया, नगर कांग्रेस अध्यक्ष नरगिस कायमखानी, ब्लॉक अध्यक्ष गणेश बंजारा, मंडल अध्यक्ष खडात हीरसिंह इंदा, गोविंद अग्रवाल, सागरमल अग्रवाल, सलीम खान, पार्षद शमशाद अली, कैलाश माली, सुनिल राज, गोविंद धारू, कुलप्रकाश गौतम, रमेश कच्छावा, सुमेर सिंह, फिरोज पठान, जितेन्द्र परिहार, नरपतसिंह, राजेश परिहार, रमेश मीणा, रविन्द्र सलूजा, देवाराम मेघवाल, मेहबूब भाटी, ऐजाज पठान, विकास सिंह, नरेन्द्र सिंह, आमिर खान, इमरान मोयल, आकाश चौहान, अनिल बंजारा, अशोक काग, दिनेश धवलेशा, बसंत प्रजापत, दीपिका कंवर, देवी कुमारी, चिराग सिंदल, जावेद खान, प्रवीण मीणा, रहीम खान, सफान, प्रकाश प्रजापति, मोहन सिरवी, सद्दाम खान, नारायण सिंह, जावेद भाटी, मोहम्मद हसन, अमित गढवाल सहित अन्य लोग उपस्थित थे।


संपादक भावेश आर्य