विधायक समाराम के निरीक्षण के दौरान पिंडवाड़ा तहसील भवन की छत का प्लास्टर जमींदोज,

पिंडवाड़ा(हरीश दवे)।

झालावाड़ में स्कूल भवन दुखान्तिका के बाद राज्य सरकार से लोकल प्रशाशन सचेत हुआ व आम जन भी जर्जर भवनों की सूचना जिला प्रशाशन को दे रहा है।
उसी क्रम में आज पिंडवाड़ा कस्बे के समाजसेवी पिण्डवाडा तहसील भवन के जर्जर होने से दोपहर 1.20 बजे स्थानीय विधायक समाराम गरासिया के साथ पिंडवाड़ा तहसील पहुचे जहाँ वर्तमान तहसीलदार शंकरलाल परिहार के साथ जर्जर तहसील भवन के कमरों का निरीक्षण करवा रहे थे।
प्रतिदिन की भांति तहसील कार्यालय में आम जन के सरकारी कार्य की भीड़ थी।
तभी जर्जर भवन की छत के नीचे बैठे ग्रामीणों को समाज सेवी भरत रावल ने सुरक्षित स्थान पे बैठने को कहा और विधायक समाराम निरीक्षण कर रहे थे।
तभी छत का प्लास्टर संजोग वश उसी समय उखड़ कर धड़ा धड़ गिरने लगा। छत से प्लास्टर उखड़ने व गिरने से मौजूद जन व ऑफिस के कार्मिक भी अज्ञात भय से बाहर दौड़े। गौर तलब है की पूरा तहसील भवन जर्जर हालत में आ चुका है।
छत पर वर्षा जल भराब होने व जल निकासी नही होने से छत कमजोर हो कर टपकती है।व कमरे बदबू व सीलन से भर गए है।जिसकी शिकायत आम जन भी करती है व मीडिया की सुर्खियां भी तहसील कार्यालय के हालातों को लेकर प्रकाशित होती रही है।
पर तहसीलदार व जिला प्रशाशन ने पिंडवाड़ा तहसील के भयावह हालात के प्रति आंख मूंद रखी है। जैसे प्रशाशन को किसी अनहोनी का इंतजार है। जिसके बाद शायद पिंडवाड़ा तहसील के हालात सुधरे। साथ ही तहसील भवन का शोचालय व पेशाब घर पूर्णतया गंदगी से अटा पड़ा हुआ है लेकिन आज दिन तक स्थानीय प्रशासन व अधिकारीगण द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
विधायक समाराम गरासिया ने जर्जर तहसील भवन व उखड़ती छत,बदबू,सीलन,शोचालय, मूत्रालय के हालात देख तहसीलदार पिंडवाड़ा को आवस्यक निर्देश दिए।



संपादक भावेश आर्य