पुश्तेनी खातेदारी की कृषि भूमि आवागमन पथ खुलवाने की मांग, शैलेन्द्र सिंह थल ने अतिरिक्त जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौपा।

सिरोही(हरीश दवे)।

रेवदर तहसील की थल ग्राम पंचायत निवासी शैलेन्द्र सिंह पुत्र हुकुमसिंह राजपूत थल ने जिला कलेक्टर के नाम अतिरिक्त जिला कलेक्टर दिनेश सापेला को ज्ञापन सौप पुश्तेनी खातेदारी जमीन से गुजर रहे मार्ग से राजनीतिक पॉवर से हुए अतिक्रमण को हटा कृषि कुएं के लिए रास्ता बनाने की मांग की।
शैलेन्द्र सिंह थल ने सौपे ज्ञापन में बताया की
यह कि मौजा ग्राम पटवार हल्का डबानी तहसील रेवदर जिला निरोही मे मेरे खातेदारी कब्जे कास्त की कृषि भूमि खसरा नं. 508/1003, 562,563 564, 565, 566,566/1004,567,568,569,570 से 577 कुल खसरा से 18 रकबा 13. 4677 हैक्टेयर आई हुई है। जहां पुश्तैनी रास्ता बना हुआ है। उक्त भुमि पर आने जाने का रास्ता सरकारी बिला नाम भुमि व शिवराज सिंह, श्रवणसिंह, अन्य के खातेदारी की भूमि में से होकर है। जिस पर हम अपने पूर्वजों के समय से इसी रास्ते से आते जाते है।
ज्ञापन देते हुए शैलेन्द्र सिंह ने बताया की वर्तमानं सरपंच व उनके परिजनों ने उक्त रास्ते को भूमि पर खुदवा कर वहा पर तारबंदी करवा कर रास्ता पुरी तरह से बंद कर दिया है व वहा पर पौधे लगा कर नर्सरी बना रहे है।
पूर्व में ही सरपंच के परिजनों ने राजनीतिक प्रभाव से सरकारी बिलाना भुमि, नाला की भूमि पर अतिक्रमण कर उसके फर्जी दस्तावेज तैयार करवा उक्त रास्ते की भूमि पर अवैध कब्जा कर दिया है व तारबंदी करवा कर रास्ता बंद कर दिया है जिससे हमको आने जाने में परेशानी हो रही हे मेने उक्त बंद करने से मना किया तो मुझे जान से मारने की धमकी दी कि व कहा कि तेरे में जो दम है लगा देना हमारा कुछ नहीं बिगडेगा।
ज्ञापन में बताया की उक्त लोग प्रभावशाली है जिन्होंने जिला प्रशशन पर राजनीतिक दवाब बना सरकारी बिलानाम भुमि व नाला की भूमि पर अवैध कब्जा कर दिया है व रास्ता का नामोनिशान मिटा दिया है। उक्त रास्ता करीबन 50-100 साल पुराना था जिसको पूरी तरह से बर्बाद व खुर्द बुर्द कर दिया है।
जबकि पुराने नकशे में रास्ता दर्ज है जबकि नये राजस्व रेकर्ड में आपसी मिली भगत से रास्ता हटा दिया है।
उक्त रास्ता खसरा संख्या 577,558, 5 47, 472 में होकर है जिने पूरी तरह से बंद कर दिया है व अवैध तारबंदी की गई है।
प्रार्थी शैलेन्द्र सिंह ने अतिरिक्त जिला कलेक्टर से गुहार लगाई और कहा की राजनीतिक प्रभुत्व के चलते थल सरपंच ने अपने परिजनों के साथ उक्त रास्ते पर अवैध अतिक्रमण,तारबंदी कर बरसो से पुराने नक्शे में दर्ज रास्ते को खुर्द बुर्द किया है।
उसकी निष्पक्ष जांच कर अवैध अतिक्रमण हटा
रास्ता खुलवाने का श्रम फरमावे

संपादक भावेश आर्य