गुलाबगंज-माउण्ट आबू सडक मार्ग की प्रशासनिक व वित्तिय स्वीकृति जारी हुई

अब जल्द बनेगी डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट
सिरोही(हरीश दवे) ।

राजस्थान सार्वजनिक निर्माण विभाग के अतिरिक्त सचिव ने एक आदेश जारी कर गुलाबगंज से माउण्ट-आबू 23 किमी. डबल लेन सडक निर्माण के लिए 205 करोड की प्रशासनिक एवं वित्तिय स्वीकृति जारी कर दी हैं। भारत सरकार के सडक एवं परिवहन मंत्रालय ने गत माह इस सडक को बनाने के राज्य सरकार के प्रस्ताव को मंजुरी देते हुऐ इसकी प्रशासनिक एवं वित्तिय स्वीकृति जारी करने के निर्देश नेशनल हाइवे के मुख्य अभियंता जयपुर को दिए थे उसकी पालना में यह स्वीकृती 3 जुलाई 2025 को जारी हुई।
यह सडक केन्द्रीय सडक एवं इन्फरास्टक्चर कोष ( सी आर आई एफ ) से बनेगी। इस सडक की मांग पिछले 50 वर्षो से चल रही थी जिसकी तरफ क्षेत्रीय सांसद लुम्बाराम चौधरी ने हर स्तर पर आवाज बुलन्द करते हुऐ डबल इंजन की सरकार में यह तौहफा सिरोही को दिलाने का अनुरोध केन्द्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, राज्य के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा एवं उपमुख्यमंत्री एवं सार्वजनिक निर्माण मंत्री दीया कुमारी से किया था। राज्य सरकार की अनुशंषा पर 23 किमी. सडक के लिए 205 करोड रूपये का बजट केन्द्रीय परिवहन मंत्रालय ने आंवटित किया हैं।सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता रमेश बराडा ने बताया कि अब इस सडक मार्ग की डीपीआर बनाने के लिए बजट आवंटन की मांग की गई हैं। बजट आवंटन के बाद इसकी डीपीआर के टेंडर होगें ओर उससे पता चलेगा कि इस सडक का वास्तविक मार्ग कहा से कहा तक का होगा। यह सडक वर्ष 1966-67 में अकाल राहत में ओर बाद में विभागीय बजट से निर्माण हुआ लेकिन कुल 23 में से 6 किमी का काम वन विभाग ने रूकवा दिया। 23 मे से गुलाबगंज से आगे 6 किमी डामर सडक बनी ओर उससे आगे 13 किमी. ग्रेवल सडक बनी थी।
वन्य जीवों को कोई खतरा नही हो उसके लिए प्रस्तावित किये है 28 पुलिये व पुल वर्तमान सडक का पैदल दौरा करने के बाद सांसद लुम्बाराम चौधरी ने बताया कि वन्यजीवो को कोई खतरा नही हो उसके लिए इसमें 28 पुल-पुलियों का प्रावधान रखा गया हैं ताकि वन्य जीव बनने वाली सडक की बजाय पुल के नीचे विचरण कर सकें। देलवाडा से 2 किमी आगे मिनी नक्की झील पर बडा पुल बनाकर इस सडक का निर्माण होने से किसी तरह की पहाडियों की कटिंग नही होगी न अधिक पेड-पौधे नष्ट होगें।
नई सड़क बनने पर माउंट आबू सीधा नेशनल हाई वे 62 से जुड़ेगा अधीक्षण अभियंता बराडा ने बताया कि कुल 23 किमी. मे 0 से 6 किमी. तक फोरेस्ट टेªक बनेगा ओर 6 से 23 किमी. तक ओडीआर मेे डबल लेन सडक का निर्माण प्रस्तावित हैं। इस नई सडक के निर्माण से एक तरफ माउण्ट आबू का वैकल्पिक सडक मार्ग उपलब्ध होगा वही दुसरी तरफ माउण्ट आबू काण्डला-दिल्ली हाईवे 62 से सीधा जुड सकेगा। इससे सिरोही से माउण्ट आबू की वर्तमान सडक मार्ग की दूरी 100 किमी. से घटकर 55 किमी. रह जायेगी ओर इससे पर्यटको की तादाद बढेगी ओर लोकल लोगों को रोजगार के अवसर बढेगें। राज्य सरकार ने कुल 40 सडको के लिए 1914.70 करोड़ रूपये की प्रशासनिक एवं वित्तिय स्वीकृति जारी कर नियमानुसार सडको का निर्माण करवाने के निर्देश मुख्य अभियंता सीआरआईएफ को दिये हैं।
प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनने के बाद वन विभाग में जाएगी एनओसी की फाइल डीपीआर बनने के बाद सार्वजनिक निर्माण विभाग प्रस्तावित तीन सडक मार्गो के प्रस्तावों में से एक प्रस्ताव को स्वीकृत कर वन विभाग से सडक बनाने की एनओसी का प्रस्ताव तय फाॅरमेट में वन विभाग को प्रस्तुत करेगा। वन विभाग इस प्रस्ताव को केन्द्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय को भेज कर स्वीकृति प्राप्त होने पर इसकी एनओसी सार्वजनिक निर्माण विभाग को देने पर इस सडक पर निर्माण कार्य शुरू हो सकेगा।

संपादक भावेश आर्य