कांग्रेस सरकार द्वारा भारत के लोकतांत्रिक इतिहास के सबसे काले अध्यायों में से एक, आपातकाल लगाना – मंत्री बाबूलाल खराड़ी

जिला भाजपा की ओर से डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस और आपातकाल (काला दिवस) की जिला स्तरीय संगोष्ठी आयोजित हुई।
सिरोही 26 जून (हरीश दवे) ।

जिला भाजपा की ओर से डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस और आपातकाल (काला दिवस) की जिला स्तरीय संगोष्टी बैठक भाजपा जिलाध्यक्ष डॉ रक्षा भंडारी की अध्यक्षता में आयोजित की गई। जिसमे राजस्थान सरकार के जनजाति क्षेत्रीय विकास मंत्री बाबूलाल खराड़ी व मुख्य वक्ता रानीवाड़ा पूर्व विधायक नारायणसिंह देवल का आतिथ्य एवं पंचायतीराज राज्यमंत्री ओटाराम देवासी, सांसद लूंबाराम चौधरी, विधायक समाराम गरासिया, जिला प्रमुख अर्जुनराम पुरोहित, पूर्व विधायक जगसीराम कोली का सानिध्य रहा। कार्यक्रम की शुरूआत भारत माता, पंडित दीनदयाल उपाध्याय व डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्ज्वलित कर उनके आदर्शों पर चलने का संकल्प लेकर की गई।
केबिनेट मंत्री बाबूलाल खराड़ी ने सम्बोधित करते हुए कहा कि आज भारत के लोकतांत्रिक इतिहास के सबसे काले अध्यायों में से एक, आपातकाल लागू होने के पचास साल पूरे हो गए हैं।
कोई भी भारतीय कभी नहीं भूल पाएगा कि किस तरह हमारे संविधान की भावना का उल्लंघन किया गया, संसद की आवाज़ दबा दी गई और अदालतों को नियंत्रित करने का प्रयास किया गया। उन्होंने कहा कि गरीबों, हाशिए पर पड़े लोगों और दलितों को खास तौर पर निशाना बनाया गया, जिसमें उनकी गरिमा का अपमान भी शामिल है।
मंत्री बाबूलाल खराड़ी ने कहा कि एक निशान एक संविधान और एक प्रधान का नारा डॉ. श्याम प्रसाद मुखर्जी ने दिया। डॉ मुखर्जी हमेशा जम्मू-कश्मीर को भारत का पूर्ण और अभिन्न अंग मानते थे। यहां तक की डॉ मुखर्जी ने जम्मू-कश्मीर में धारा 370 को समाप्त करने के लिए सबसे पहले आवाज उठाई थी। यहां तक की उन्होंने एक रैली में संकल्प लिया कि वो देश के लोगों को संविधान के नीचे लाएंगे या अपना बलिदान देंगे।
राज्यमंत्री ओटाराम देवासी ने कहा कि 25 जून संविधान हत्या दिवस के रूप में मनाया जाता है एक ऐसा दिन जब मौलिक अधिकारों को निलंबित कर दिया गया था, प्रेस की स्वतंत्रता को खत्म कर दिया गया था और अनगिनत राजनीतिक नेताओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं, छात्रों और आम नागरिकों को जेल में डाल दिया गया था। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की गलत नीतियों के कारण आपातकाल का काला दिन भारतीयों को देखना पड़ा।
सांसद लुम्बाराम चौधरी व मुख्य वक्ता रानीवाड़ा पूर्व विधायक नारायणसिंह देवल ने कहा कि कांग्रेस सरकार की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने जब सत्ता डगमगाई, तो संविधान को कुचल दिया, अपने भविष्य के लिए, पूरे देश का वर्तमान बंधक बना लिया। लोकतंत्र की हत्या कर, अभिव्यक्ति को कैद किया और देश पर तानाशाही का अंधेरा थोप दिया। उन्होंने कहा कि 25 जून 1975 का वो काला दिन जब श्मैंश् का अहंकार, हम की आजादी पर भारी पड़ा।

भाजपा जिलाध्यक्ष रक्षा भंड़ारी ने कहा कि आपातकाल के खिलाफ लड़ाई में डटे रहने वाले हर व्यक्ति को सलाम करते हैं सिरोही जिले से भी लोगो ने आपातकाल में जेल के अंदर यातनाएं झेली। देश के लोगो का सामूहिक संघर्ष ही था जिसने सुनिश्चित किया कि तत्कालीन कांग्रेस सरकार को लोकतंत्र बहाल करना पड़ा और नए चुनाव कराने पड़े, जिसमें वे बुरी तरह हार गए।
जिला स्तरीय संगोष्ठी के मेजबान जिले का कृष्णगंज मण्डल था जिला संयोजक डायालाल दवे के मंच संचालन में संगोष्ठी निर्धारित 1 बजे शुरू होने वाली थी तथा पदाधिकारी व कार्यकर्ता भुवनेश्वरजी पहुंच चुके थे लेकिन कुछ अनेक कार्यकर्ता सभागार में बैठे थे तथा ढाई बजे तक अन्य पदाधिकारी व कार्यकर्ता मंदिर प्रांगण के बाहर मंत्री व अतिथियो तथा जिलाध्यक्ष के स्वागत में बाहर ही खडे रहे व संगोष्ठी उनके आगमन के बाद शुरू हुई।
संगोष्ठी में आपातकाल के 50 वर्ष पूरे होने व डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर सासंद ने इस विषय पर अतिथियो के साथ अवश्य रोशनी डाली तथा पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष सुरेश कोठारी ने आपातकाल के दौरान उनके उदयपुर के छात्र जीवन के संस्मरण बताये तथा पूव्र जिलाध्यक्ष कमलदेश दवे ने भी जिले की ओर से आपातकाल को लेकर अपनी प्रस्तावना रखी लेकिन संगोष्ठी में प्रदेश के तय मापदण्डो के अनुरूप जिले के सभी मण्डलोके संयोजक व सहसंयोजक के साथ जिला संयोजक ने गोष्ठी में कोई अपने मण्डलो पर न तो बोलने का अवसर दिया न जिले में आपातकाल के दौरान जिलामुख्यालय पर हुए आन्दोलनो को नही पीढी के कार्यकर्ताओ को जानकारी मिली। इतना अवश्य है कि आपातकाल के स्वतंत्रता सैनानियो को भाजपा जिलाध्यक्ष ने सबको सूचना दी थी जिसमें 4-5 आपातकाल के मीसा बंदी अवश्य आये व उनका सम्मान हुआ तथिा मीसा बंदी रहे करणसिंह ने आपातकाल के दौरन हुई पीड़ा को साझा किया।
आपातकाल के 50 वर्ष पूरे होने की संगोष्ठी में विधायक समाराम गरासिया, जिला प्रमुख अर्जुनराम पुरोहित, पूर्व विधायक जगसीराम कोली ने आपातकाल विषय के अलावा आगामी चुनावो में भाजपा का परचम लहराने व मोदी सरकार के कार्यो को जन जन तक पहुंचाने की बात कहते हुए कहा कि हम अब चुनावे में अपनी शक्ति दिखायेगे और आपातकाल संगोष्ठी समाप्त हुई।
इस मौके पर सिरोही प्रधान हँसमुख मेघवाल, रेवदर प्रधान राधिका देवासी, भाजपा वरिष्ठ नेता बाबूभाई पटेल, भाजपा जिला महामंत्री नरपतसिंह राणावत, हिम्मतसिंह राजपुरोहित, शांतिलाल पुरोहित,भंवर पटेल, अमरराम प्राजपत सामेत भाजपा के जनप्रतिनिधि, जिला पदाधिकारी, मंडल अध्यक्ष मंडल व मंडल पदाधिकारी, मोर्चा के जिलाध्यक्ष व पदाधिकारी, आपातकाल संगोष्ठी के मंडल संयोजक व सहसंयोजक सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद थे। इस कार्यक्रम के आपातकाल संगोष्ठी के जिला संयोजक डायालाल दवे ने मंच संचालन किया व सहसंयोजक रतनलाल गरासिया ने सभी का आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम के दौरान अनेक बार लाईट गई तथा जनजाति क्षैत्रीय विकास विभाग मंत्री के सारगर्भित उदबोधन के दौरान लाईट कटी रही जिससे मौजूद कार्यकर्ता भी खुसर फुसर करते रहे तथा मंचासीन भाजपा पदाधिकारी भी जिलाध्यक्ष रक्षा भण्डारी से बात करते रहे।


संपादक भावेश आर्य