प्रशासक व आयुक्त से नगरवासियो को उम्मीद, क्या अवैध पार्किग व भीडभाड को नियंत्रित करने में होगी कार्यवाही

सिरोही (हरीश दवे) ।

सिरोही जिला मुख्यालय की सफाई व्यवस्था के सुधार को लेकर जिला कलेक्टर के सख्त निर्देशो के बाद प्रशासक दिनेश राय सापेला की सक्रियता से सिरोही नगर परिषद की सफाई व्यवस्था अब पटरी पर चढ रही है तथा आयुक्त शिवपालसिंह ने 35 वार्डो की सफाई की जिम्मा 7 अधिकारियों की मॉनिटरिंग में तय किया है जो शहर के 5 संग्रहण केन्द्र के लिये सफाई व्यवस्था पर ध्यान रखेगे जिसकी समीक्षा 7 दिन बाद होगी तथा ठेका कर्मियो ने साफ सफाई का काम में तेजी लाने से शहर के नालो की सफाई हो रही है लेकिन सिरोही नगर परिषद के समस्त मुख्य मार्ग चौराहो तथा कलेक्ट्रेट परिसर में अवैध पार्किग की समस्या तथा बाजार की भीडभाड को नियंत्रित करने में अब प्रशासक व आयुक्त ने सक्रियता दिखाई तो शहर में भीडभाड व पार्किग की समस्या नियंत्रित की जा सकती है। प्राप्त जानकारी के अनुसार जिला मुख्यालय के सरूपविलास परिसर जहां समस्त न्यायालय तथा कलेक्टर एसपी समेत अधिकांश सरकारी महकमो के दफ्तर है जहां जिले की जनता अदालती व प्रशासनिक कार्यो से सरूपविलास में आती है। जहां उनके लिये बैठने की तो व्यवस्था नही है पर पूरे परिसर में सरकारी गैर सरकारी व अधिवक्ताओं के वाहन चारो ओर खडे रहते है जिससे तहसील मार्ग, एडीएम कार्यालय व अन्य स्थानो पर आवागमन में आमजन को बाधा होती है। वहीं शहर में नगरपरिषद कार्यालय से सरजावाव, सदर बाजार, राजमाता धर्मशाला रोड, आयुर्वेद चौराहा, जेल चौराहा, कल्पतरू होटल चौराहा, अनादरा चौराहा, पीडब्ल्यूडी ऑफीस के बाहर भारी वाहनो अस्थायी अतिक्रमण व बीच सडक पर वाहनो की पार्किग से अक्सर आवागमन बाधित होता है। जिससे जनसाधारण को भारी दिक्कतो का सामना करना पडता है।
नगर की यातायात व्यवस्था को सुधारने में नगर की यातायात पुलिस भी नगर परिषद प्रशासन के सहयोग के बिना शहर की पार्किग व्यवस्था व भीडभाड को नियंत्रित करने में बेबस नजर आ रही है। सिरोही यातायात पुलिस के पास एक एसआई, दो हैड कानिस्टेबल व 11 कानिस्टेबल के पद स्वीकृत है। जिसमें 6 कानिस्टेबल के पद रिक्त चल रहे है जो शहर के 10 से ज्यादा यातायात पोईन्ट पर अपनी ड्यूटी नही दे पाते।

अगर यातायात पुलिस व नगर परिषद संयुक्त अभियान चलाये जिस पर राजनीति हावी नही हो तो शहर की यातायात व्यवस्था व अनियंत्रित भीडभाड में सुधार हो सकता है। शहरवासियो ने बताया कि प्रशासक दिनेशराय सापेला व आयुक्त शिवपालसिंह राजपुरोहित को सवेरे 5 से 9 बजे तक व दोपहर व शाम के टाईम निरीक्षण कर हालात जानने चाहिये और उसके बाद ही उनके द्वारा जनता के हित में कार्यवाही होती है तो यातायात व्यवस्था सिरोही शहर में सुचारू हो सकती है व आमजन को सडक चौराहो व सरूपविलास में समस्या से निजात मिल सकती है।

आज हालात यह है की हरेक गली में अवैध पार्किंग,बिखरा हुआ मलबा, एम्बुलेंस के जाने को रास्ता नही ,व बीमार नन्दी संकरी गलियों में तड़प रहे अगर गोलोक धाम सिधार जाए तो जेसीबी से सफाई कर्मी निकाल भी नही सकेंगे यह स्तिथि वार्ड नम्बर सात में बनी हुई है।
वही अनादरा चौराहे सात दिनों से सड़क पे बारिश के दौरान गिरे बरगद वृक्ष को हटाने में प्रशाशन द्वारा नियुक्त प्रभारियों को वार्डो के हालात सुधारने की जहमत नही है।
पूरा शहर बढ़ते निजी व व्यवसाईक वाहनों जो खरीदते समय डीटीओ में शपथ पत्र पार्किंग को लेकर देते है।
जबकि सानिवि कार्यालय के बाहर भारी वाहन निजी स्टैंड व गली मोहल्ले,चौराहों,देवालयों के बाहर अवैध पार्किंग से जन साधारण की दिक्कतों पर अतिरिक्त जिला कलेक्टर व प्रशाशक अवश्य ध्यान देंगे।
यह नगरवासियों को पूरी उम्मीद है।


संपादक भावेश आर्य