ब्रेकिंग न्यूज़

सेवा निवृत्ति के बाद पैतृक गांव बालदा लौटे रणबांकुरे देवड़ा का भव्यस्वागत

सिरोही(हरीश दवे) ।

भारतीय सीमा सुरक्षा बल बीएसएफ में चार दशकों से अधिक समय तक राष्ट्र सेवा करने के उपरांत, सिरोही जिले के पैतृक गांव बालदा ( बारीघाटा ) के सपूत, रतन सिंह देवड़ा ( सब इंस्पेक्टर ) की सेवानिवृत्ति पर आज उनके सम्मान में एक भव्य रैली का आयोजन किया गया।
बालदा बस स्टैंड से लेकर बालदा तक निकाली गई इस रैली में जनसैलाब उमड़ पड़ा, जो उनके प्रति क्षेत्रवासियों के अगाध प्रेम और सम्मान को दर्शाता है।

सुबह से ही बालदा बस स्टैंड पर लोगों की भारी भीड़ जमा होने लगी थी। जैसे ही बीएसएफ के पूर्व एसआई रतन सिंह देवड़ा सेवा निवृत्ति के बाद वहां पहुंचे, समूचा वातावरण ‘भारत माता की जय’ के नारों से गूंज उठा। सैकड़ों की संख्या में लोग, जिनमें बच्चे, युवा और बुजुर्ग सभी शामिल थे, अपने इस वीर सपूत की एक झलक पाने और उन्हें अभिनंदन करने के लिए कतारबद्ध खड़े थे।

रैली मार्ग पर ढोल- नगाड़ों जगह-जगह पुष्पवर्षा कर और माल्यार्पण कर देवड़ा साब का अभिनंदन किया गया। यह केवल एक स्वागत रैली नहीं थी, बल्कि यह देश के प्रति उनके दशकों के निःस्वार्थ समर्पण और बलिदान को सलाम करने का एक ऐतिहासिक क्षण था। इस दौरान उनकी आंखें भी नम दिखीं, क्योंकि उन्हें अपने गांव और क्षेत्र से इतना प्यार और सम्मान मिल रहा था।

श्री देवड़ा ने बीएसएफ में रहते हुए देश के कई दुर्गम और संवेदनशील इलाकों में अपनी ड्यूटी बखूबी निभाई। चाहे वह कड़ाके की ठंड हो या रेगिस्तान की तपती गर्मी, उन्होंने हर मौसम में सीमा पर चौकसी बनाए रखी।भारत-पाक सीमा पर दुश्मन की हर नापाक हरकत का मुंहतोड़ जवाब देने और देश की अखंडता की रक्षा में उनकी भूमिका अविस्मरणीय है। बांग्लादेश कि सीमा पर घुसपैठ को रोकने, तस्करी के प्रयासों को विफल करने और सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति बनाए रखने में उनका योगदान अतुलनीय रहा है।उनकी सेवाओं के दौरान उन्होंने कई मौकों पर अदम्य साहस और दृढ़ संकल्प का परिचय दिया, जिससे न केवल उनके बल का गौरव बढ़ा, बल्कि पूरे जिले का नाम रोशन हुआ।

इन्होंने प्रतिनियुक्ति पर ( राजस्थान पुलिस जोधपुर ) में रहते हुए, नए रंगरूटों को हथियारों का विशेषज्ञ प्रशिक्षण देकर उन्हें तैयार किया। यह उनके अनुभव और समर्पण का परिचायक है, जिसने राजस्थान पुलिस को और भी सशक्त बनाया।
यह देश के प्रति निष्ठा, अनुशासन और समर्पण आने वाली पीढ़ियों के लिए एक मिसाल है। स्थानीय समुदाय ने उनके सम्मान में अभिनंदन समारोह का आयोजन किया, जहाँ उनके त्याग और बलिदान को सराहा गया। बालदा ( बारीघाटा ) गांव और सिरोही के लिए यह गर्व का क्षण है कि उनके बीच एक ऐसा योद्धा है जिसने अपने जीवन का स्वर्णिम काल राष्ट्र सेवा में समर्पित कर दिया।
इस अवसर पर संयम लोढ़ा ( पुर्व विधायक एवं पूर्व मुख्यमंत्री सलाहकार ) , चन्दन सिंह देवड़ा ( पुर्व जिला प्रमुख सिरोही ) , दिलीप सिंह जी मांडाणी ( पुर्व प्रधान शिवगंज ) , उदय सिंह डिगार ( प्रांत उपाध्यक्ष भारतीय इतिहास संकलन समिति ) , सैनिक समिति के कैप्टन नारायण सिंह बालदा , इन्द्र सिंह बालदा , सुबेदार कल्याण सिंह बालदा , पुर्व छात्रसंघ अध्यक्ष महावीर सिंह जाखोड़ा , दशरथ सिंह नरूका राष्ट्रीय संयोजक ) भगवत सिंह देवड़ा शिक्षाधिकारी , सज्जन सिंह , राजेंद्र सिंह जाखोड़ा , प्रकाश कुमार प्रजापति , गजे सिंह वेडिया, जितेन्द्र लोहार शिक्षाधिकार , हेमंत देवासी , श्रवण सेन , छतर सिंह देवड़ा , मोहन सिंह ( सरपंच ) , गोप सिंह , प्रताप सिंह , केशर सिंह वीरवाड़ा आदि गणमान्य सदस्य व्यक्तियों ने गांव बालदा ( बारीघाटा ) में पहुंचकर बधाई एवं शुभकामनाएं दी !!

संपादक भावेश आर्य

Related Articles

Back to top button