अवैध निर्माण कोम्प्लेक्सो को जारी नोटिस स्नेह मिलन मे समाहित, नगर परिषद की मिलिभगत से परिषद राजकोष को करोडो का नुकसान

सिरोही 12 जून (हरीश दवे) ।

नगर परिषद के अधिकारियों की मिलिभगत से राजकोष को लाखों का नुकसान पहुंचाकर अवैध नियमों विरुद्ध कोम्पलेसो का निर्माण विगत 6 बरस से लगातार जारी है इससे पूर्व के दशको में भी भाजपा बोर्ड के चेयरमेन बने स्व. विरेन्द्र मोदी के कार्यकाल से भूमाफिया ही अपरोक्ष रूप से नगर परिषद को संचालित करता है जिसमें लम्बे समय से जमे हुए बाबु व किसी भी सरकार के कार्यकाल में कार्यवाहक आयुक्त व चहेते अधिकारियों के बुते राजनीतिक दलो का मिलने वाला वरदहस्त भी सिरोही नगर परिषद की दुर्दशा व राजस्व हानि का जिम्मेदार है।
समाजसेवी व कांग्रेस के पूर्व पार्षद जगदीश सेन ने विज्ञप्ति जारी कर बताया कि सिरोही नगर परिषद के भ्रष्टाचार के खिलाफ वो लम्बे समय से अभियान छेडे हुए है लेकिन राजनीतिक संरक्षण के चलते नगर परिषद में सुधार की कोई गुजांइश ही नही बची। उन्होने कुछ माह पूर्व अवैध नियमों विरुद्ध कोम्प्लेक्सो की शिकायत पर नगर परिषद आयुक्त शिवपाल सिंह ने 18 कोम्प्लेक्स मालिकों को नोटिस जारी कर कार्यवाही करने को बोला गया था तथा चार कोम्प्लेक्स को सीज करने की औपचारिकता पूरी कर इतिश्री की गई।
इसी तरह सर के एम स्कूल के पास दावर शाह दरगाह के सामने निर्वतमान सभापति के परिजनो के नाम जारी निर्माणाधीन कोम्प्लेक्स को आरआई सुशील पुरोहित व एसआई की टीम ने कोम्प्लेक्स के बेसमेंट सील करने के बाद जैसे प्रकरण को ही दबा दिया।

नगर परिषद सिरोही द्वारा जारी की गई मिश्रित भवन की एन ओ सी एवं भूमि के भु उपयोग परिवर्तन के अनुसार सड़क के मध्य से 30 फिट छोड़कर निर्माण कार्य किया जाना था।
मिश्रित भवन की जारी निर्माण स्वीकृति एवं स्वीकृत प्लान अनुसार बेसमेंट में पार्किंग ग्राउंड फ्लोर पर व्यवसायिक दुकानें एवं फस्ट फ्लोर पर आवासीय निर्माण स्वीकृति के साथ भवन के तीन तरफ़ निर्धारित सेटबैक छोड़कर निर्माण कार्य करने की एन ओ सी जारी हुई थी
श्री सेन ने जारी विज्ञप्ति में जारी कि आयुक्त शिवपाल सिंह के आदेशानुसार पूर्व सभापति के परिजन का भवन पूर्णतया निर्माण स्वीकृति एवं प्लान के निर्माण कार्य होने के बावजूद आरआई व एसआई एवं उनकी टीम ने यह जानते हुए भी कि निर्माण स्वीकृति एवं प्लान के विपरित भवन का निर्माण किया गया है फिर भी आरआई व एसआई ने नियमों विरुद्ध निर्माण कार्य करने वाले से मिलिभगत कर मात्र बेसमेंट सील कर भवन मालिक को गैरकानूनी फायदा पहुंचाने का कार्य किया गया हैै।
वहीं शहर में नगर परिषद के राजकोष को चुना लगवाकर परिषद अधिकारियों की मिलिभगत से नियमों विरुद्ध एवं अवैध निर्माणों एवं आवासीय निर्माण स्वीकृति में संम्पूर्णानंद कोलोनी में सड़क किनारे भी बने कोम्प्लेक्स पर आयुक्त आर आई एसआई की मेहरबान बने हुए हैं।
कुछ महिनों पूर्व अवैध नियमों विरुद्ध निर्माण किये जा रहें कोम्प्लेक्सो के खिलाफ कार्रवाई करने हेतु पूर्व विधायक लोढ़ा के बयान भी समाचारपत्रों में प्रकाशित हुए थे अवैध नियमों विरुद्ध कोम्प्लेक्सो का मामला जयपुर स्तर पर उच्च अधिकारियों के पास भी पहुंचा था
आयुक्त शिवपाल सिंह ने 18 निर्माणाधीन भवनों को नोटिस जारी किए थे चार को सीज करना बताया था पर मेवाड़ा परिवार के नियमों विरुद्ध निर्माणाधीन कोम्प्लेक्सो पर आयुक्त आर आई एस आई किस प्रकार हितेषी बने हुए हैं की जो भवन पुरा देश सीज किया जाना चाहिए था व बेसमेंट सील कर अवैध निर्माण को प्रोत्साहित करने वाले निलंबित क्यों नहीं हो रहें हैं
उन्होने पूर्व विधायक संयम लोढ़ा पर निशाना साधते हुए कहा कि वो विपक्षी नेता तथा भाजपा नेता दलिपसिंह मांडानी के फार्म हाउस जाने वाले मार्ग पर सडक निर्माण में हुए तथाकथित घपले व अन्य कांग्रेस राज में हुए भ्रष्टाचार पर भाजपा के नाम बिल फाडने की कोशिश करते है लेकिन उनके ही शासनकाल में सिरोही नगर परिषद में जमकर दिये गये अवैध पट्टो, अवैध निर्माण व अनाधिकृत बांधकाम पर वो क्यों चुप्पी साधे हुए है।
उन्होने आयुक्त शिवपालसिंह को चेताया कि दरगाह के सामने निर्माण स्वीकृति के विपरित निर्माण कार्य किये गये पुरे भवन को सीज करने के बजाय बेसमेंट सील कर अवैध निर्माण कार्य करने वाले का गैरकानूनी सहयोग करने वाले आरआई व एसआई निलम्बित कब होंगे।
उल्लेखनीय है कि सिरोही नगर परिषद क्षेत्र में नगर परिषद में विगत 6 साल में कोई भी सक्षम आरएएस आयुक्त नही लगा तथा कार्यवाहक आयुक्त नगर परिषद के ही आरआई, आरओ व अभियंता बनते रहे। इस दौरान पूर्व सभापति महेन्द्र मेवाडा की नीतियो से भाजपा व कांग्रेस व निर्दलीय सभी पार्षद उनके मुरिद रहे और पूर्व विधायक लोढा ने भी विरोधियो को लाभान्वित करवाने में कोई कसर नही छोडी जिसका परिणाम यह रहा कि शहर में अवैध कॉलोनीया कटी व अनाधिकृत बांधकाम में नगर परिषद को करोडो की राजस्व हानि हुई। इस दौरान भाजपा के पार्षदो ने कोई आवाज नही उठायी और सत्ता परिवर्तन के डेढ साल बाद भी सिरोही नगर परिषद में कांग्रेसी बोर्ड के ढर्रे का प्रशासन नही सुधरा व आज भी कांग्रेस बोर्ड के कार्यकाल से पनपे अनाधिकृत अवैध निर्माण उद्योग को जैसे वाजिब दर्जा मिला हुआ है जिसमें सत्ता रूढ पार्टी के दलाल अब कांग्रेस बोर्ड के अनाधिकृत बांध काम कर्ताओ केे व अधिकारियो के हमदर्द बने हुए है जिससे नगर परिषद को राजस्व कोष को हानि व आमजनता को भी भारी कठिनाईयो का सामना करना पडता है।


संपादक भावेश आर्य