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गौ शालाएं आत्मनिर्भर बने इसके लिए सरकार कर रही तत्परता से कार्य : कुमावत

समारोह में बोले पूर्व विधायक लोढा, अनुदान देने की प्रक्रिया में बदलाव से गोशालाओं को हो रहा नुकसान

सदगुरु गोशाला में गौ आवास टीनशेड का पशुपालन मंत्री कुमावत ने किया शुभारंभ *

शिवगंज(हरिश दवे) ।

राज्य के पशुपालन, डेयरी, देवस्थान व गोपालन मंत्री जोराराम कुमावत ने कहा कि गौशालाएं आत्मनिर्भर बनें और उनमें नंदी व गौ माताओं का व्यवस्थित रूप से पालन-पोषण हो, इसके लिए राज्य सरकार तत्परता से कार्य कर रही है। कुमावत रविवार को काम्बेश्वर महादेव मंदिर मार्ग पर श्री सदगुरु गोशाला सेवा समिति की ओर से संचालित गोशाला में राज्य सरकार की गोशाला विकास योजना के तहत करीब दस लाख की लागत से निर्मित गो आवास टीन शेड के शुभारंभ अवसर पर आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे। समारोह में विशिष्ठ अतिथि के रूप में पूर्व विधायक संयम लोढा, प्रधान ललिता कुंवर, पूर्व प्रधान दिलीपसिंह मांडानी, पूर्व पालिकाध्यक्ष वजींगराम घांची, बडगांव सरपंच सजना देवी, गोशाला शिवगंज के अध्यक्ष बाबूलाल परिहार मौजूद थे। कार्यक्रम में पंछीदास महाराज, निर्भयनाथ महाराज सहित अन्य साधु संतों का भी सानिध्य रहा।

    समारोह को संबोधित करते हुए कुमावत ने कहा कि राज्य सरकार ने नंदियों के लिए ब्लॉक व प्रत्येक ग्राम पंचायत स्तर पर नंदीशाला खोलने की योजना चलाई है। इसके लिए गोभक्तों को आगे आना चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने गौशालाओं के लिए अनुदान राशि भी बढ़ाई है। पहले बड़े पशु के लिए 44 रूपए व छोटे पशु के 22 रूपए मिला करते थे, लेकिन अब बड़े पशु के 50 रूपए व छोटे पशु के 25 रूपए अनुदान किया गया है। कैबिनेट मंत्री ने सदगुरु गौशाला में गो आवास में गोमाता के लिए गमीँ से राहत के लिए लगाए गए पंखों को देखकर कहा कि कई गौशाला में पंखे नहीं दिखे,लेकिन यहां पंखे लगे हुए दिखे तो बड़ी खुशी हो रही है। इस मौके पर उन्होंने गोशाला संचालक सती बाईसा की ओर से गोसेवा के लिए किए जा रहे कायोZ की भी सराहना की। इस मौके पर पशुपालन मंत्री कुमावत ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच विधिवत रूप से गोमाता का पूजन करने के बाद फीता काट गो आवास टीन शेड का शुभारंभ किया।

    सरकार उदारता दिखाते हुए अनुदान देने में तत्परता दिखाए

    हालांकि यह कार्यक्रम सुबह साढे ग्यारह बजे आयोजित होना तय था, लेकिन केबिनेट मंत्री के पाली में आयोजित कार्यक्रम में होने की वजह से करीब तीन घंटे देरी से कार्यक्रम स्थल पहुंचे। इससे पूर्व कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए पूर्व विधायक लोढा ने गोमाता की पूजा अर्चना कर गोशाला के टीन शेड में लगाए गए पंखों का बटन दबाकर शुभारंभ किया। समारोह को संबोधित करते हुए लोढा ने कहा कि राज्य सरकार की ओर से गोशालाओं को जो अनुदान दिया जा रहा है। उसमें पिछले डेढ साल में काफी बदलाव किया गया है। पहले रजिस्ट्रेशन के बाद एक साल में अनुदान देने की प्रक्रिया थी उसमें बदलाव किए जाने से गोशालाओं को नुकसान हो रहा है। दूसरा यह कि सरकार की ओर से अनुदान के लिए आवेदन की तिथि लगातार बढाई जा रही है। उससे भी गोशालाओं को नुकसान हो रहा है। अभी गोशालाओं को 31 मार्च तक अनुदान मिल जाना चाहिए था, लेकिन मई माह बीतने आया है अनुदान नहीं मिल सका है। अभी जो तिथि दी गई है उससे यह नहीं लगता कि जुलाई माह से पहले अनुदान मिल सकेगा। लोढा ने कहा कि गोशालाओं के बेहतर संचालन के लिए इस कार्य में तत्परता लाने की आवश्यकता है और सरकार को भी इसमें उदारता दिखनी चाहिए। इस अवसर पर लोढा ने गोशाला संचालन के लिए सतीबाईसा के प्रयासों की सराहना करते हुए भामशाहों का भी आभार प्रकट किया। समारोह को पूर्व प्रधान दिलीपसिंह मांडानी ने भी संबोधित किया।
    इससे पूर्व अतिथियों के आगमन पर सदगुरु आश्रम की ओर से उनका ढोल ढमाकों के बीच कुमकुम तिलक लगाकर स्वागत किया गया। कार्यक्रम के दौरान अतिथियों सहित गोशाला के संचालन में सहयोग करने वाले भामाशाहों तथा सहयोगियों का साफा एवं पुष्पहार पहनाकर स्वागत किया गया।

    संपादक भावेश आर्य

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