सामुहिक औदिच्य गोरवाल ब्राह्मण समाज का यज्ञोपवीत एव विवाह संस्कार संपन्न,

19 बटुको ने धारण किया यज्ञोपवीत एवं दो जोड़े विवाह बंधन में बंधें
सिरोही 8 मई(हरीश दवे) ।

श्री आम्बेश्वर भक्त मंडल द्वारा श्री समस्त औदिच्य गोरवाल ब्राह्मण समाज के तत्वावधान में गुरुवार को शहर के समीप आम्बेश्वर मंदिर में 33 वां सामूहिक यज्ञोपवीत संस्कार एवं सामूहिक विवाह का आयोजन किया गया। जिसमें जिले के विभिन्न स्थानों एवं जिले के बाहर से बड़ी संख्या में समाज बंधु शामिल हुए इस आयोजन में 19 बटूकों को सामूहिक यज्ञोपवित उपनयन संस्कार व दो जोड़ो का विवाह करवाया गया। वैदिक मंत्रोच्चार व अनुष्ठान के संपन्न होने के साथ 19 बटुकों को यज्ञोपवीत संस्कार के तहत जनेऊ धारण कराया गया। काशी प्रस्थान की परंपरा निभाने के तहत इन सभी बटुकों ने गुरु के आदेश पर वही शिक्षा ग्रहण करने का संकल्प लिया।
आयोजन समिति के मोहनलाल एस ओझा ने बताया कि श्री आंबेश्वर भक्त मंडल द्वारा पिछले 32 वर्षो से औदिच्य गोरवाल ब्राह्मण समाज का सामुहिक यज्ञोपवीत एवं सामूहिक विवाह संस्कार का आयोजन किया जा रहा है। उन्होने बताया कि इस आयोजन में सिरोही जिले में रहने वाले समाजबंधु एवं अन्य राज्यों में निवास कर रहे समाज बंधु प्रतिवर्ष इस आयोजन में शामिल होने बड़ी संख्या में आते है । उन्होने बताया कि वेदपाठी आचार्य आनंद मुरलीधर ओझा गोल के मार्गदर्शन में 19 बटुको ने यज्ञोपवीत धारण किया।
भिक्षाटन कर बटुकों ने किया गुरु को अर्पण
यज्ञोपवीत संस्कार से पूर्व बटुकों का मुंडन करवाया गया बाद में विधि-विधान से भगवान गणेश सहित देवताओं का पूजन, यज्ञवेदी एवं बटुकों को अधोवस्त्र के साथ माला पहनाकर बैठाया गया। इसके बाद विनियोग मंत्र ब्रह्मचर्य के पालन की शिक्षा के साथ विभिन्न धार्मिक आयोजन संपन्न हुए। बटुकों ने भिक्षा लेकर गुरु को अर्पण की इसके बाद गुरु ने उनके कानों में गुरु मंत्र दिया । इस आयोजन में सभी समाजबंधुओ का उत्साह देखते ही बनता था। भारी गर्मी के बीच में भी समाज के सभी आयूवर्ग के लोग आर्शीवाद देने के लिए आए हुए थे। श्री अंाबेश्वर भक्त मंडल के बालकृष्ण भवानीशंकर दवे,मोहनलाल जयशंकर त्रिवेदी,गोरधनलाल जयशंकर त्रिवेदी,बैकुंठ एल त्रिवेदी, एवं बालूभाई एल दवे व अन्य लोग व्यवस्था बनाने में सहयोग कर रहे थे।


संपादक भावेश आर्य