सिरोही जिला मुख्यालय का रोडवेज आगार यात्री बन रहे बदहाली का शिकार

न पीने के पानी की व्यवस्था व शौचालय, रोडवेज में मण्डराते आवारा पशु
सिरोही 25 अप्रेल (हरीश दवे) ।

रोडवेज बस स्टेण्ड में दो दशक से टुटे फर्श पर भीषण गर्मी में गर्द उड रही है जिससे मुसाफिर खांसते नजर आते है, बस स्टेण्ड में मूत्रालय दो महिने से टुटा हुआ है व परिसर में बेसहारा पशु मण्डराते रहते है तथा आम यात्रियो के लिये निशुल्क पेयजल की भी व्यवस्था नही है तथा रोडवेज प्रबंधन ने नियमो के विपरित केन्टिनो में महंगे दाम पर यात्रीयो को पानी की बोतले खरीदने पर मजबूर कर दिया है। रोडवेज की बुकिंग को ज्यूस सेन्टर बनाते हुए अनेक स्थानको पर रोडवेज बसो की संख्या भी घटा दी है जिससे आमजन को अपने गंतव्य पर पहुंचने के लिये सरकारी बसो की सुविधा नही मिल रही तथा मजबूरी में ओवरलोडिंग रिक्शा जीप व खटारा बसो में यात्रा करने को मजबूर है व परिचालक कोरियर कार्गो वालो का सामान इधर उधर करने में मशगुल है।
हालांकी मौजूदा राज्य सरकार ने सिरोही व पिण्डवाडा रोडवेज बसस्टेण्ड के विकास के लिये बजट में प्रस्ताव लिये है लेकिन रोडवेज प्रबंधक जल्दी कार्य शुरू होने की बात कर रहे है वही अनुबंधित बसो में राजनीतिक संरक्षण में बाहरी बस सारथी लग रहे है जबकि स्थानीय बेरोजगार अपना हक छीने जाने पर राज्यमंत्री ओटाराम देवासी व सांसद को ज्ञापन दे रहे है कि स्थानीय जनो को बस सारथी लगाया जाये लेकिन एमडी इस पर ध्यान नही दे रहे है, लेकिन आज दिन तक इस दिशा में कोई प्रगति नही हुई तथा आगार प्रबंधन द्वारा सिरोही में स्थायी लगे अनुबंधित कंडक्टर (बस सारथी) को हटा कर जो सिविल डिफेंस के कार्मिक लगा रहे है। वर्तमान में
- सिरोही से जालोर, भीनमाल, रेवदर, सुंधा माताजी की रोडवेज बसे का आवागमन बंद हो गया है, पूर्व में हर घंटे जालोर, भीनमाल, रेवदर तथा सुंधा माता आशापुरी व नाकोडा के लिये भी रोडवेज बसे चलती थी जो अब बंद होने से यात्रीयो को भारी तकलीफो को झेलना पड रहा है तथा रोडवेज स्टेण्ड के बाहर से निजी वाहन ऑपरेटर व जीप चालक रोडवेज के यात्री अपनी बसो में बुला बुलाकर लेकर जाते है जिससे रोडवेज घाटे में जाने को मजबूर है। रात्रि में तो हालात और भी विकट हो जाते है जब पूछताछ केन्द्र भी बंद रहता है तथा आम यात्रियो के लिये पूरे रोडवेज परिसर में पीने के पानी की भी व्यवस्था नही है।
- इस समस्या को लेकर पूर्व पार्षद प्रवीण राठौड ने प्रदेश के मुख्यमंत्री व राज्यमंत्री को पत्र लिखकर जनहित में सिरोही रोडवेज के विकास व यात्री सुविधाओं में सुधार करने की मांग की।



संपादक भावेश आर्य