प्राकृतिक जल संसाधन केन्द्रो को बचाना हम सबकी जिम्मेदारी – जिला पुलिस अधीक्षक अनिल बेनीवाल

पत्रिका के अमृतं जलम अभियान की अखेलाव तालाब से शुरुआत
श्रमदान कर जलाशयों को बचाने की दी सीख
सिरोही 1 अप्रेल (हरीश दवे) ।

सवेरे ठंड दिन में गर्म के साथ तेज गर्मी में अपनी दस्तक देनी शुरू कर दी है और शहरी व ग्रामीण क्षेत्रो में वन्यजीवो व शहरी भटकते गोवंश के पेयजल के पानी की भी भारी दिक्कत हो गई है वैसे नगर की दर्जनो प्राचीन बावडियो के बाहर ओडू बने हुए थे लेकिन विकास की आंधी में या तो बावडियां खुर्द बुर्द हो गई या निजी हत्थे चढ गई व आवाडा खाली पडे है वही तालाब सुखते नजर आ रहे है।
गत वर्षो 2012 में सिरोही के सात तालाबो को बचाने की मुहिम में जुटी जिला जल बिरादरी ने वर्ष 2009 से छेडी मुहिम के बाद यह नजारा है कि पुराना बस स्टेण्ड स्थित तालाब में पानी भरा हुआ है। यह अलग बात है कि तालाब का प्रमुख जल आवकमार्ग झोब नाला अतिक्रमणो की चपेट में है वहीं लाखेलाव तालाब में विगत वर्षो में नगर परिषद की कुनीति का आलम है कि दर्जनो बार शिकायतो व विजिलेंस से ऑर्डर होने के बावजूद गंदा पानी जो पवित्र तालाब में आ रहा है उसकी निकासी के प्रबंध नही हुए।
सुभाष गार्डन के तले प्राचीन लाखेलाव तालाब से आमजन की श्रद्धा जुडी हुई है व गत वर्षो में जिला जल बिरादरी के दिवंगत अध्यक्ष एडवोकेट स्वर्गीय सुरेशचन्द सुराणा, स्व. नारायणसिंह सांखला, ज्ञानचंद गांधी, जगदीश हरिव्यासी, रघुभाई माली, आशुतोष पटनी, हरीश दवे ने सीनियर सीटिजन व सभी समाजो को तालाब के संरक्षण के अभियान में सहभागी बनाया और हजारो ट्रेक्टर की मिट्टी की डिसिल्टिंग के बाद तालाब की भराव क्षमता बढी लेकिन सिरोही नगर परिषद तालाब के आसपास बढते अतिक्रमणो को नही रोक सकी व सुभाष गार्डन भी अतिक्रमणो की चपेट में बदहाल स्थिति में है।

देवनगरी के सुप्रसिद्ध अखेलाव तालाब की दुर्दशा को देख एक मीडिया समूह के जल संरक्षण अभियान की मुहिम में सफाई समाजसेवियों, स्काउट, गाइड व एनएसएस की सेविकाओं ने श्रमदान कर तालाब की सीढियो की सफाई की। वहां घंटे भर लगभग सवा सौ पर्यावरण प्रेमियों ने श्रमदान किया। जिला पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार बेनिवाल ने जल संरक्षण, जलाशयों की साफ सफाई की महत्ता समझाई। प्राचीन काल में जल के स्त्रोतों की साफ सफाई, संरक्षण को बेहतर बताया। नई पीढ़ी नल का पानी मिलने से जलाशयों का महत्व नहीं समझती है। हमें जलाशय नदियों तालाबों को कल के लिए बचाना है। श्रमदान में पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार बेनिवाल, सी ओ स्काउट एम आर वर्मा, गोपाल सिंह राव, सेवानिवृत्त जिला शिक्षा अधिकारी गणपत सिंह देवड़ा, भीक सिंह भाटी, जय विक्रम हरण, तृप्ति डाबी, वर्षा त्रिवेदी, हरिश दवे, पत्रिका समूह की सिरोही की पुरी टीम ने अमृतं जलम सफाई में योगदान दिया।


संपादक भावेश आर्य