प्रदेश में बाल संरक्षण कार्यों की समीक्षा के लिए न्यायाधिपति गर्ग ने किया सिरोही जिले का दौरा

सिरोही,9 मार्च(हरीश दवे) ।

राजस्थान उच्च न्यायालय किशोर न्याय समिति के वरिष्ठ सलाहकार राकेश कुमार चौधरी ने बताया कि किशोर न्याय अधिनियम 2015 के आलोक में राजस्थान उच्च न्यायालय किशोर न्याय समिति के अध्यक्ष न्यायाधिपति मनोज कुमार गर्ग द्वारा राजस्थान के सभी जिलों में बाल संरक्षण, दिव्यांग एवं मानसिक विमंदित बच्चों के पुनर्वास की स्थिति की समीक्षा करने के उद्देश्य से नियमित रूप से दौरे किये जा रहे हैं।
इसी क्रम में रविवार को न्यायाधिपति मनोज कुमार गर्ग ने सिरोही जिले का दौरा किया।
एक दिवसीय प्रवास कार्यक्रम में न्यायाधिपति गर्ग ने
बाल अधिकारिता विभाग द्वारा संचालित राजकीय संप्रेक्षण एवं किशोर गृह, रिद्धि सिद्धि सेवा संस्थान द्वारा संचालित मानसिक विमंदित विशेष आवासीय विद्यालय शिवगंज
का निरीक्षण किया।
संस्थान के अध्यक्ष भैराराम चौधरी ने न्यायाधिपति मनोज कुमार गर्ग का स्वागत किया। इस दौरान मानसिक विमंदित बच्चों के लिए पूर्ण मनोयोग से कार्य करने के लिए सभी स्टाफ को न्यायाधिपति गर्ग ने साधुवाद प्रेषित किया।
न्यायाधिपति गर्ग ने बाल गृहों की व्यवस्था देखने के साथ ही बच्चों के साथ संवाद किया। बाल गृहों के निरीक्षण के पश्चात न्यायाधिपति गर्ग ने आत्मा सभागार में विशेष किशोर पुलिस इकाई एवं बाल कल्याण से जुड़े विभागों की बैठक ली।
बैठक के प्रारंभ में अनूप कुमार पाठक, विशिष्ठ न्यायाधीश पॉक्सो प्रकरण ने न्यायाधिपति मनोज कुमार गर्ग को पौधा भेंट कर स्वागत किया।
जिला पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार बेनीवाल ने स्वागत भाषण दिया एवं राजस्थान उच्च न्यायालय किशोर न्याय समिति के वरिष्ठ सलाहकार राकेश कुमार चौधरी ने समीक्षा बैठक की रूपरेखा रखी।
बैठक में न्यायाधिपति मनोज कुमार गर्ग ने पुलिस द्वारा दर्ज किए गए जिन प्रकरणों में एफआईआर के बाद चालान पेश नहीं किया गया है उन मामलों की जांच पूरी
कर शीघ्र चालान पेश करने के निर्देश दिए। उन्होंने किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष लम्बित प्रकरणों के त्वरित निस्तारण करने के निर्देश दिए।
न्यायाधिपति गर्ग ने राजकीय संप्रेक्षण गृह एवं सुरक्षित अभिरक्षा में निवासरत किशोरों के लिए पर्याप्त आवास, सुरक्षा व्यवस्था व अन्य सुविधाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। बाल कल्याण समिति को सीएनसीपी बालकों के लंबित प्रकरणों को शीघ्रता से निस्तारित करने,पीड़ित प्रतिकर के सम्बन्ध में आवेदन शीघ्र तैयार करने के निर्देश दिए। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सिरोही को भी बाल पीड़ित प्रतिकर के आवेदनों के शीघ्र निस्तारण करने के निर्देश दिये। न्यायाधिपति गर्ग ने राजकॉप एप का वृहद स्तर पर प्रचार प्रसार करने की बात कही। उन्होंने कहा कि समाज में विभिन्न दिशाओं में सुधार लाने और अपराध की कमी कर एक बेहतर समाज बनाने के लिए सभी के सामूहिक प्रयासों की जरूरत है इसके लिए उन्होंने सभी विभागों को समन्वय रखते हुए विशेष संवेदनशीलता के साथ कार्य करने की बात कही। बैठक में विभिन्न विभागों से जुड़े अधिकारियों ने संबंधित विभागों द्वारा किए गए नवाचारों के बारे में बताया जिसकी न्यायाधिपति गर्ग ने सराहना की साथ ही विभिन्न योजनाओं का लाभ प्रत्येक पात्र तक पहुंचाने की बात कही।
बैठक का संचालन राजस्थान उच्च न्यायालय बाल सचिवालय से कृष्णा वैष्णव ने किया। आभार अतिरिक्त जिला कलेक्टर डॉ दिनेश राय सापेला ने व्यक्त किया।
बैठक में सुरेंद्र सांदू पारिवारिक न्यायाधीश, रामदेव सांदू सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, मुकेश चावला, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, प्रियंका तनान प्रिंसिपल मजिस्ट्रेट किशोर न्याय बोर्ड, वीना सुवालका न्यायिक मजिस्ट्रेट, यूनिसेफ के बाल संरक्षण सलाहकार आशुतोष श्रीवास्तव, डॉ.अजीत जोशी,उपनिदेशक सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग राजेंद्र कुमार पुरोहित, अधीक्षक राजकीय संप्रेक्षण एवं किशोर गृह भंवर सिंह परमार, बाल कल्याण समिति अध्यक्ष रतन बाफना, सदस्य शशिकला मरडिया, उमाराम रेबारी, प्रताप सिंह नून, प्रकाश माली सभी थानों के बाल कल्याण पुलिस अधिकारी तथा स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।



संपादक भावेश आर्य