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जिला मुख्यालय पर आबकारी के सरंक्षण में रात्रि में शराब का अवैध कारोबार।


भटकड़ा चौराहे,गायत्री मन्दिर मार्ग अनेक स्थानों पर 8 बजे के बाद बिकती शराब, अनेक ठेको पर दिन में बार की सुविधा।


सिरोही(हरीश दवे) ।

आखिर अवैध रूप से शराब बेचे जाने पर कोई कार्रवाई करनी ही नहीं है तो आबकारी नीति के तहत नियम निर्धारित करना भी क्या जरूरी है?यही सवाल सीनियर सिटीजन व देवालयों की तरफ व मुख्य मार्गो से गुजरते नागरिकों का करना है।
सिरोही में गांव तो गांव जिला मुख्यालय पर ही कायदे ताक पर रखे हुए हैं और आबकारी महकमा इनको शह दे रहा है। शहर के कई ठेकों पर देर रात तक शराब बेची जा रही है। खुलेआम बिक्री होने के बाद भी इनके विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं हो रही। शिकायतों के बावजूद यदि कोई धरपकड़ नहीं हो रही है तो जिम्मेदारों की मंशा भी साफ जाहिर हो जाती है।

जमकर अवैध रूप से शराब बेची जा रही

शराब की अवैध बिक्री के मामले शहर की कई दुकानों पर आसानी से देखे जा सकते हैं। यहां तक कि मुख्य इलाकों में चल रहे ठेकों पर भी यहीं हाल है। इन रास्तों से अधिकारियों का आवागमन भी रहता है, लेकिन जमकर अवैध रूप से शराब बेची जा रही है।

चारदीवारी के ऊपर से दे रहे माल

शहर के गोयली चौराहा स्थित ठेकों पर दुकानों के शटर उठाकर शराब बेची जा रही है। कॉर्नर की दुकान में तो चारदीवारी के ऊपर से माल पकड़ाया जा रहा है। ग्राहक बाहर से आवाज लगाता है और सेल्समैन दीवार के ऊपर से माल बाहर पहुंचा देता है।

चारदीवारी के ऊपर से दे रहे माल


शहर के गोयली चौराहा स्थित ठेकों पर दुकानों के शटर उठाकर शराब बेची जा रही है। कॉर्नर की दुकान में तो चारदीवारी के ऊपर से माल पकड़ाया जा रहा है। ग्राहक बाहर से आवाज लगाता है और सेल्समैन दीवार के ऊपर से माल बाहर पहुंचा देता है।

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो


शराब की दुकानों में अवैध रूप से शराब बेचे जाने को लेकर जागरूक लोगों ने सोमवार रात स्टिंग किया। इस सम्बंध में गोयली चौराहा व शाहजी की बाडी स्थित ठेके पर रात नौ बजे बाद भी शराब बेचे जाने के वीडियो बनाए गए हैं, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। इस तरह के मामलों के बावजूद आबकारी महकमा व पुलिस प्रशासन ने चुप्पी साध रखी है।
उधर भाटकड़ा चौराहे व रीको एरिया की तरफ रात्रि में अवैध शराब की धड़ल्ले से बिक्री होती है।
तथा दिन में शराब के ठेको में ही शौकीन महफ़िल सजाते है।
ओर झगड़ते हुए बाहर लड़खड़ाते,गाली गलौज करत्ते निकलते है तो पब्लिक न्यूसेंस होता है।
राजस्व कमाई के लिए शराब पर आबकारी शुल्क राजस्व का अहम हिस्सा है।
ओर शराब की दुकान लगाने में जिस प्रकार नियमो में सुराख कर सरकारी ठेके खुलते है।वहा शराब का अवैध कारोबार बिना सरङ्क्षन के चल नही सकता।
गायत्री परिवार व विहिप नेता संजय वर्मा ने सिरोही सिटी में लगे सरकारी ठेको की दुकान के चयन में जिला प्रशशन को सावधानी रखनी चाहिए।
आबादी बस्ती,आदिम बस्ती व मुख्य बाजार व मन्दिरो के आस पास दारू के ठेके नही होने चाहिए।
उन्होंने कहा की सिरोही जिला वेध अवैध शराब व युवा ड्रग्स की लत में फस रहा है।
इसके खिलाफ समूचे समाज को एक जुट होना चाहिए।

संपादक भावेश आर्य

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