अरिहंत हॉस्पिटल ने बढाये मानवसेवा में हाथग्रामीण हल्को में निःशुल्क परामर्श व दवाईयो का वितरण

सिरोही (हरीश दवे) ।

प्रदेश की भजनलाल सरकार चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाओ की बेहतरी के लिए अनेक जनकल्याणकारी योजनाऐ चला रही है। लेकिन सिरोही जिले में मेडिकल कॉलेज होने के बावजूद इससे संबंधित राजकीय चिकित्सालय सिरोही में चिकित्सको की कमी व चिकित्सको द्वारा निजी चिकित्सालयो में धकेलने की नीति व अस्पताल को रैफर हॉस्पिटल बनाने के कारण अक्सर अस्थिभंग व अनेक केसो में मरीज को रैफर किया जाता है। इसी का परिणाम है कि जिले के वराडा से आबूरोड तक प्रतिदिन 60-70 निजी वाहनो व सरकारी बसो द्वारा मरीज पालनपुर व मेहसाणा ईलाज करवाने जाते है। जिसमें सिरोही में अरिहंत हॉस्पिटल की सेवा के चलते मरीजो को उच्च आंशिक राहत हो रही है व अरिहंत हॉस्पिटल के प्रबंधक ग्रामीण क्षेत्रो में भी निःशुल्क मरीजो की जांच व दवाई वितरण हर गुरूवार को करते है।

जिला मुख्यालय पर नीमहकीम व निजी हॉस्पिटलो की बाढ में विभिन्न व्याधियो को नाम मरीज के साथ लूटखसोट हो रही है। अस्पताल में न तो सोनोग्राफी की सुविधा मिलती है, अनेक मौको पर एक्सरे सुविधा भी बंद रहती है तथा सरकारी पर्ची पर भी सरकारी मेडिकल की दुकानो पर दवाये नही मिलती व मरीज घरो में फीस लेकर मरीजो का ईलाज करते है। ऐसे समय में जिला मुख्यालय पर अरिहंत हॉस्पिटल मरीजो के लिए एक वरदान साबित हो रहा है। अरिहंत हॉस्पिटल के डायरेक्टर कल्पेश जैन ने बताया कि यह हॉस्पिटल व्यवसायिक मुनाफे से ज्यादा मानव व समाजसेवा को समर्पित है। यहां पर हमारे चिकित्सक डॉ. महिपालसिंह, रणजीत राजु डॉ. सिद्धार्थ राठौड, फिजिशियन व बाल रोग विशेषज्ञ की सेवाये देते है तथा मरीज के पास 100 रूपया फीस ली जाती है तथा 5 बार मरीज के आने पर दुबारा फीस नही ली जाती। जबकि अन्य स्थानो पर डॉक्टर के पास दिखाने को जाये तो फीस ली जाती है। उन्होने बताया कि हर गुरूवार को ग्रामीण अंचल में ग्रामीणो का निःशुल्क मेडिकल शिविर लगाया जाता है। जिसमें मरीज ब्लड शुगर, डायबिटीज व अन्य चैकिंग निःशुल्क करवा सकते है तथा मरीजो को दवाईया भी निःशुल्क दी जाती है। विगत गुरूवार को मांकरोडा ग्राम पंचायत में 160 मरीजो का निःशुल्क ईलाज हुआ व दवाई वितरित की गई। जैन ने बताया कि अरिहंत हॉस्पिटल में 24 घंटे मेडिकल दवा की सुविधा उपलब्ध है तथा रात्रिकालीन मरीज को देखने पर फीस 200 रूपया ली जाती है तथा आयुष्मान भारत की सुविधा इस हॉस्पिटल को मिली तो मरीजो का ईलाज भी निःशुल्क मिलेगा।


संपादक भावेश आर्य