आविम उ.मा.पैविलियन का परीक्षा परिणाम समारोह पूर्वक मनाया मनाया,

सिरोही(हरीश दवे)।

विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान से सम्बद्ध आदर्श शिक्षा समिति, सिरोही द्वारा संचालित आदर्श विद्या मंदिर उच्च माध्यमिक, सिरोही में आज सायं 5.00 बजे विद्यालय की कक्षा षष्ठी, सप्तमी, नवमी तथा एकादश कक्षाओं के भैयाओं का परिणाम जारी कर उन्हे पारितोषिक देकर सम्मानित किया गया। विद्या मंदिर के प्रवक्ता कैलाश कुमार ने बताया कि समारोह के अतिथि विक्रम जैन (व्यवसायी), श्रीमती कविता जैन, डॉ. लितिन खत्री, प्रवीण राठौड ( जिला महामंत्री
एससी मोर्चा भाजपा एवं पार्षद), भूपेन्द्र देवासी (समाजसेवी), विद्यालय प्रबंध समिति अध्यक्ष ओंकार सिंह उदावत एवं प्रधानाचार्य राजेश त्रिवेदी ने मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया, विद्या मंदिर के सहायक प्रधानाचार्य रामलाल ने आगामी सत्र के सम्बन्ध में जानकारी दी। विद्या मंदिर के परीक्षा प्रमुख कालुराम सरगडा ने विद्यालय का परिणाम घोषित किया एवं मेघावी भैयाओं को अतिथियों के द्वारा पुरुस्कृत किया। विज्ञान वर्ग विभागाचार्य कमलेश ने अतिथियों का परिचय एवं स्वागत करवाया। विद्या मंदिर के प्रधानाचार्य राजेश त्रिवेदी ने प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले का शुभकानाऐं दी और अपने विद्यालय की विशेषताऐं बतायी । विद्यालय का परीक्षा परिणाम शत प्रतिशत रहा। कक्षा में प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले भैयाओं को पुरुस्कृत किया गया। विद्यालय स्तर पर उच्च माध्यमिक भाग में भैया दशरथ कुमार ने 90.20 प्रतिशत, माध्यमिक कक्षाओं में गर्वित कुमार ने 94.50 प्रतिशत एवं उच्च प्राथमिक कक्षाओं में भैया योगेश पटेल ने 95.91 प्रतिशत प्राप्त कर प्रथम स्थान प्राप्त किया।
कार्यक्रम में विद्या मंदिर में सत्रपर्यन्त श्रेष्ठ कार्य करने वाले आचार्य को सम्मानित किया गया। इस अवसर व्यवस्थापक घनश्याम माली, प्रबंध समिति सदस्य गौरव काशिवा, हंजारीमल छीपा, बालिका प्रधानाचार्य मधुसूदन त्रिवेदी, गजेन्द्र पाल, श्रवण कुमार, जितेन्द्र कुमार, जगदीश माली, विक्रम कुमार, भावेश, प्रदीपसिंह, देवाराम, विक्रम सिंह, ललित कुमार, भरत कुमार, कमलेश कुमार, सुरेश लखारा, कमलेश परिहार, नरेश माली, सुधा गुप्ता, प्रकाश कुमार, विरेन्द्र सिंह, प्रवीण गर्ग, सुरेन्द्र सिंह, हेमंत रावल, विक्रम सिंह, भावेश सेन, हितेश रावल एवं लालाराम आदि सभी आचार्यगण उपस्थित रहे।

संपादक भावेश आर्य