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फर्जीवाड़ा रच पिंडवाड़ा बीसीएमएचओ बने चिकित्सक को हटाने की मांग,

सिरोही(हरीश दवे)।

बीसीएमएचओ डॉ भूपेंद्र प्रताप सिंह के खिलाफ मुख्यमंत्री के नाम युवा नेता सिद्धार्थ देवासी ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौपा।

समाजसेवी सिद्धार्थ देवासी ने बताया कि डॉ. भूपेन्द्र प्रताप सिंह, हाल-बी.सी.एम.ओ. पिण्डवाड़ा ने वर्ष 2009 में कोटा से पी.एम.टी (प्री मेडिकल टेस्ट) की तैयारी की थी जिसके बाद 2009 में आयोजित पी.एम.टी परीक्षा मे डॉ. भूपेन्द्र प्रताप सिंह को राजकीय महाविधालय कोटा (राज) परीक्षा केन्द्र आवंटित हुआ था जिसमे डॉ. भूपेन्द्र प्रताप सिंह ने अपने स्थान पर किसी अन्य विधार्थी को बैठाकर परीक्षा दिलवाई ।

अपने पिता की ऊंची पहुंच तथा राजनैतिक रसूखात के दम पर भूपेन्द्र प्रताप सिंह ने फर्जी तरीके से पी. एम.टी (प्री मेडिकल टेस्ट) पास कर महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज, सीतापुरा, जयपुर से एम.बी.बी.एस की तथा वर्ष 2015 में सरकारी सेवा में चयनित होकर पुलिस थाना-नयापुरा, कोटा शहर में दर्ज मुकदमे को छिपाते हुए पूर्णतया फर्जी तरीके से पुलिस वैरिफिकेशन करवाकर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, मांडोली जिला- जालौर में नियुक्ति ले ली ।

पुलिस थाना-नयापुरा, कोटा शहर में दर्ज मुकदमे लम्बे समय तक गिरफ्तार नहीं होने पर अदालत ने भूपेन्द्र प्रताप सिंह को फरार घोषित कर स्थाई वारंट जारी किए थे।

फरार व स्थाई वारंटियों को गिरफ्तार करने के लिए चलाए गये अभियान में तत्कालीन उप अधीक्षक पुलिस कोटा शहर तथा थानाधिकारी पुलिस थाना नयापुरा, कोटा शहर ने भूपेन्द्र प्रताप सिंह को पदस्थापित स्थान प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, मांडोली जिला जालौर से गिरफ्तार कर कोटा अदालत में पेश किया जिस पर अदालत ने भूपेन्द्र प्रताप सिंह को जेल भेज दिया।

अदालत द्वारा जेल भेजे जाने के बाद भूपेन्द्र प्रताप सिंह जमानत पर जेल से बाहर आया तथा विभागीय अधिकारियों से मिलीभगत कर नियमित सरकारी सेवा करने लगा तथा मुकदमा लम्बित होने के बावजूद भी चिकित्सा अधिकारी से वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी के पद पर पदोन्नति लेकर प्रशासनिक पद बी.सी. एम.ओ पिण्डवाडा जिला- सिरोही के पद पर आसीन हो गया।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी सिरोही डॉ. राजेश कुमार से मिलीभगत कर भूपेन्द्र प्रताप सिंह ने जिला औषध भण्डार, सिरोही के डी.पी.सी पद का अतिरिक्त प्रभार भी ले रखा है तथा खुलेआम फर्जीवाडा कर भ्रष्टाचार किया जा रहा है।

संपादक भावेश आर्य

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