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नगर की रात्रिकालीन विद्युत व्यवस्था व सफाई व्यवस्था चौपटअतिक्रमीयो की बल्ले बल्ले


लम्बे अन्तराल से मुख्यालय की नगर परिषद् को नहीं मिल रहा आयुक्त
शहर मंे अनाधिकृत बांध काम व नियमों के विपरित निर्माण बना उद्योग


सिरोही 05 मई (हरीश दवे)।

प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के डेढ साल बाद भी सिरोही नगर परिषद् को सक्षम आयुक्त व प्रशासनिक स्टाफ नहीं मिला गत कांग्रेस शासन के दिग्गज पूर्व विधायक व कांग्रेस शासित बोर्ड जिसे नगर वासियों ने मैच फिक्सिंग बोर्ड का उपनाम दिया जिसके निवर्तमान सभापति महेन्द्र मेवाड़ा ने दोनों पक्षों के साथ तालमेल बिठाते हुए पूर्व विधायक संयम लोढा की बहाही विकास की गंगा से लाभान्वित किया जिसमंे नगर के विभिन्न उद्यान, लव कुश वाटिका, शहरी सौन्दर्यकरण, गांधी पार्क में टॉय ट्रेन के सौन्दर्यकरण, सुभाष पार्क, नेहरू पार्क के सौन्दर्यकरण के अलावा सही स्मारक तथा कालकाजी तालाब के पास कालकाजी रिवर फ्रन्ट जैसे अनेक कार्य करवाये जिसमें विकास हुआ या ठेकेदारी की चांदी पर कोंग्रेस बोर्ड गत विधानसभा चुनावों में पूर्व विद्यायक को चुनावी बढ़त नही दिला सका जिसमे नगर परिषद के कार नामो ने अपनी भूमिका निभाई। कांग्रेस शासित बोर्ड में सोशल मीडिया में यहीं चटकारे चलते रहे तथा प्रशासन शहरों के संग अभियान में वाजिब पट्टो से लेकर फर्जी पट्टो में सभापति के फर्जी हस्ताक्षरो वाली उडी चिडिया का प्रकरण पुलिस उप अधीक्षक कार्यालय तक पहुँचा तथा कांग्रेस बोर्ड के कार्यकाल में कालकाजी तालाब, निडोरा व प्राकृतिक नालो के अलावा नियमों के विपरित अनेक स्थानों पर कटी कोलोनियों व बहुमंजिला भवन निर्माण में भू-माफियाओं के मकड जाल में सभी नियम व कानून ताक में रखे गये तथा कांजी हाऊस तथा सणवा खेत खसरा नम्बर 2109 में नियमों के विपरित राजस्व आय के लिए निलामी की गई लेकिन नगर परिषद् का कोष खाली रहा।


वर्तमान में कार्यवाहक आयुक्त शिवपालसिंह राजपुरोहित के मातहत आरओ भंवरलाल व आशुतोष आचार्य तथा आरआई सुशील पुरोहित भी कार्यवाहक आयुक्त के रूप में कांग्रेस व भाजपा दोनों शासन में अपनी सराहनीय सेवाएं दे चुके हैं तथा शहर की अर्बुदा गौशला जिसे नगर परिषद् संचालित करती थी उस गौशाला का भी एमओयु नगर परिषद् ने एक निजी गौशाला को नन्दीयों के संरक्षण के लिए 2000 बीघा भूमि आवंटित की तथा उस पर राज्य सरकार से प्राप्त राशि से जो भी गौशाला का कार्य निजी संस्था करवा रही है लेकिन शहरवासी नगर के 35 वार्डो, चौराहे, सार्वजनिक स्थानों में दर्जनों की तादाद में प्यासे भटक रहे नन्दी गोवंश व बेसहारा गाय राज्य सरकार के प्रतिबंदो के बावजूद विक्रय व उपयोग में आ रहे पॉलिथिन के ढेर में पॉलिथिन खाकर मरने को मजबूर हैं तथा आमजन भी इनसे प्रतिदिन चोटिल होने से त्रस्त है।


सिरोही नगर परिषद् प्रशासन की कार्यप्रणाली को लेकर आमजनता में गहरा रोष है तथा सर्किट हाऊस में जन सुनवाई के दौरान राज्यमंत्री ओटाराम देवासी, सांसद लुम्बाराम चौधरी व भाजपा जिलाध्यक्ष को भी शहर के हालात व सफाई व्यवस्था, रात्रिकालीन विद्युत व्यवस्था सुचारू करने तथा बेसहारा पशुओं के आतंक से मुक्ति के अलावा आयुक्त पद पर आरएएस अधिकारी को लगाने की मांग कर रहे हैं ताकि भू-माफियाओं के मकड जाल मंे फंसी नगर परिषद् को कंगाली से उबारा जा सके। क्योंकि गत कांग्रेस बोर्ड में बहुमंजिला भवन आवासीय दर का शुल्क लेकर निर्मित हुए है जिसमंे भारी राजस्व हानि नगर परिषद् कोष को हुई है तथा पूर्व विधायक ने जनता के हित के नाम विभिन्न वार्ड मोहल्लो में बोरिंग खुदवा टंकीयां लगवा दी लेकिन अनेक स्थानों पर नगर परिषद् के वार्डो में उन पेयजल टंकियों व बोरिंग में सीधे पाईप डालकर अनेक बहुमंजिला भवन निर्मित हो गये तथा आज भी जिस तरीके से पीने के पानी का व्यवसायिक दोहन होता है और नगर परिषद् बिजली का बिल नहीं भरती जिस वजह से अनेक बार हाई मास्क लाईट व पार्को की लाईट कट जाती हैं। आज भी शहर के एडीएम आवास से च्ॅक् कोलोनी मार्ग, जैल मार्ग, पैलेस रोड़, बडी ब्रह्मपुरी व वार्ड मोहल्लो व प्रमुख चौराहों पर विद्युत लाईटो के आगे पेड़ो की टहनियां व जुरमुट की कटाई नही होने से पथ पर प्रकाश नहीं पहुँच पाता जिससे आमजन को अंधेरे में खतरे का सामना करना पडता है।
नगर में सफाई व्यवस्था पूर्णतया चरमरा गई हैं एसआई को पाबन्द करने के बावजूद सफाई व्यवस्था व ठेकेदार की व्यवस्था में तालमेल नहीं होने से हाईवे मार्ग, गोयली चौराहा, पुलिस थाना मार्ग, भाटकडा स्कूल, सुनारवाडा, रामझरोखा के पीछे, बायपास रोड़, सर्वत्र पॉलिथिन के ढेर व कुडे कचरे में नगर परिषद् प्रशासन द्वारा उडायी जा रही स्वच्छ भारत की धज्जियां उडाते हुए जिला मुख्यालय पर मोदी सरकार व प्रदेश की भाजपा सरकार की नगरीय सौर्न्दयीकरण व स्वच्छा भारत अभियान की योजनाओं पर कुठाराघात कर रहा है।
अगर समय रहते राज्यमंत्री ओटाराम देवासी ने सिरोही नगर परिषद् के हालातों पर उचित समीक्षा कर नगर परिषद् का शासन तंत्र मजबूत नहीं किया व योग्य आयुक्त को नहीं लगाया तो कार्यवाहक आयुक्तों व प्रशासनिक अधिकारियों के प्रभाव में सिरोही नगर परिषद् की जनता केा डबल इंजन की सरकार के फायदे नहीं मिलेंगे।

संपादक भावेश आर्य

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