बलवंतगढ़ गांव को पाड़ीव पंचायत सेन हटाने की मांग, ग्रामीणों ने पंचायत राजमंत्री को सौंपा ज्ञापन

सिरोही(हरीश दवे) ।

ग्राम पंचायत पुनर्गठन के तहत बलवंतगढ़ गांव को पाड़ीव पंचायत से अलग कर नवसर्जित ग्राम पंचायत मंडवाडा में जोड़े जाने के प्रस्ताव का बलवंतगढ़ ग्रामवासियों ने कड़ा विरोध किया हैं। इसे लेकर ग्रामीणों ने पंचायत राज मंत्री ओटाराम देवासी को ज्ञापन सौंपते हुए मांग की कि बलवंतगढ़ को पाड़ीव पंचायत से नहीं हटाया जाए।
ग्रामीणों का कहना है कि बलवंतगढ़ लंबे समय से पाड़ीव पंचायत के अंतर्गत रहा है और यहां की भौगोलिक, सामाजिक व प्रशासनिक व्यवस्थाएं इसी पंचायत से जुड़े रहने में अधिक सुचारू रूप से संचालित होती हैं। यदि इसे मंडवाड़ा में जोड़ा जाता है, तो इससे स्थानीय विकास कार्यों और प्रशासनिक प्रक्रियाओं में जटिलताएं बढ़ सकती हैं।
बलवंतगढ़ की पाड़ीव पंचायत मुख्यालय से दूरी महज डेढ़ किलोमीटर है, जबकि मंडवाड़ा की दूरी साढ़े तीन किलोमीटर है। राज्य सरकार के नवीनतन सृकूलर बीस प्रतिशत रिलेकसेशन के अनुसार मंडवाड़ा को उड़ से पर्थक पंचायत बनाई जा सकती है. 2011 की जनगणना के अनुसार मंडवाड़ा की जनसंख्या 2572 है. इस हिसाब से बिना बलवंतगढ़ को जोड़े मंडवाड़ा अलग से पंचायत बन सकती है।साथ ही,मंडवाड़ा जाते समय मानगढ़ के पास एक नाला पड़ता है, जिसमें बारिश के दिनों में बाढ़ जैसी स्थिति बन जाती है, जिससे आवागमन बाधित हो सकता है। इसके अलावा, नवसृजित पंचायत के कारण बलवंतगढ़ के निवासियों को अपने पैन कार्ड, आधार कार्ड, बैंक खातों और ड्राइविंग लाइसेंस सहित अन्य दस्तावेजों में ग्राम पंचायत का नाम बदलवाने के लिए ई-मित्र केंद्रों पर लंबी कतारों में लगने की परेशानी उठानी पड़ेगी। ग्रामीणों ने इन तमाम बिंदुओं का हवाला देते हुए सरकार से इस प्रस्ताव पर पुनर्विचार करने की मांग की हैं।
ज्ञापन देनेज्ञापन देने ठाकुर समरवीरसिंह देवड़ा,पूर्व सरपंच भवानीसिंह सिंदल, शैतानसिंह चौहान,पूर्व उपसरपंच लक्ष्मणराम माली,ईश्वरसिंह तंवर,पंचायत समिति सदस्य श्रीमती कमला माली,पूर्व वार्ड पंच शंकर राणा,भानाराम राणा, जयंतीलाल हीरागर,कानाराम मुंगिया,धनाराम रेबारी,भिखाराम रेबारी,कछुआ राम भील, जगाराम रेबारी,नरेंद्र माली, मुकेश माली समेत सैकड़ो बलवंतगढ़ के ग्रामवासी मौजूद थे।

संपादक भावेश आर्य