भाजपा सत्ता, संगठन व जिला प्रशासन के तालमेल के अभाव में आमजन त्रस्त

भाजपा का चल रहा संगठन पर्व, सांसद व दोनो विधायको में समन्वय का अभाव
बूथ से लेकर जिलाध्यक्ष के चुनावों में मग्न है भाजपाई
सिरोही (हरीश दवे) ।

सिरोही जिले में भारतीय जनता पार्टी का सांसद, दो विधायक, जिला प्रमुख व चार प्रधान होने के बावजूद जिला प्रशासन सत्ता व संगठन के तालमेल के अभाव में जिले में विकास कार्य ठप्प है तथा स्वायत्तशाषी संस्थाओं व पंचायती राज, ग्रामीण अंचल में भी आमजन सामाजिक सहायता योजना के दुरुपयोग, ग्राम विकास अधिकारियों व पटवारियों की कमी के चलते गहरी तकलीफों को भुगत रहे है। वहीं सत्तारूढ पार्टी भाजपा में अभी संगठन पर्व में बूथ से लेकर मंडल, जिला संगठन पुर्नगठित होने की कवायद में भाजपाई मंडल अध्यक्ष व जिलाध्यक्ष बनने की होड में अपनी गोटिया फीट कर रहे है। लेकिन मौजूदा समय में सत्ता व संगठन की दूरियों का परिणाम आमजनता को गहरी जन समस्याओं के रुप में भुगतान पड रहा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार भाजपा की डबल इंजन की सरकार होने के बावजूद जिला मुख्यालय की नगर परिषद में लंबे अंतराल से आयुक्त पद पर नियुक्ति नहीं हुई तथा अनेक विभागीय पद खाली है व गत दिनों समाप्त हुए कांग्रेस बोर्ड के बाद आयुक्त के रिक्त पद पर अतिरिक्त जिला कलेक्टर को नियुक्त करने के बावजूद शहर की न तो सफाई व्यवस्था के हाल सुधरे व न ही आवारा पशुओं से निजात मिली एवं शहर के प्रमुख मार्ग व चैराहा सभी अतिक्रमण की चपेट में दुर्घटना के सबब बने हुए है।
सत्ता परिवर्तन के साथ ही नगर परिषद अब एडीएम के हाथ प्रशासनिक चार्ज आने से नए नवेले भाजपाईयों के स्टार्टअप व रोजगार पर संकट छा गया है व जनप्रतिनिधियों से मोह भंग होने से मायूस भाजपाईयों की नाव मझधार में अटक गई है व काफीला सीएमएचओ, पीडब्ल्युडी, पीएचडी व वन विभाग की तरफ बट चुका है, जिसमंे भाजपा जिलाध्यक्ष सुरेश कोठारी, जिला अध्यक्ष के पद को जैसे ढो रहे है न तो उन्हें जिला मुख्यालय व जिले के दौरे से फुर्सत है, न आम जनता व कार्यकर्ताओं से मिलते है और मिस काॅम संस्कृति कल्चर में भाजपा का सदस्यता अभियान समाप्त हो चुका है, जिसमें 23 मंडलों में 1 लाख से ज्यादा सक्रिय कार्यकर्ता संगठन में बने है, जिसमें अधिकांश नए भाजपा कार्यकर्ताओं व नगर परिषद एवं पंचायत का चुनाव लडने तथा विभिन्न कमेटियों में आने को आतुर कार्यकर्ताओं ने सक्रिय सदस्यों की संख्या अवश्य बढाई है।
वर्तमान में पूरे प्रदेश में भाजपा संगठन के चुनावों को लेकर संगठन पर्व चल रहा है, जिसमें प्रदेश चुनाव प्रभारी, उदयपुर विधायक ताराचंद जैन ने 12 मंडलों पर बूथ प्रभारी, जिला उपाध्यक्ष बाबू भाई पटेल व 11 मंडलों में जिला महामंत्री नरपतसिंह राणावत को बूथ व मंडलों के गठन के लिए मंडलवार प्रभारियों तक जिम्मेदारियां दी है, जिसके अनुसार बूथ स्तर तक व मंडलों की संरक्षण के बाद 23 मंडलों में मंडल अध्यक्षों के चुनाव होंगे या मंडल अध्यक्ष मनोनीत होंगे और उसके बाद जिलाध्यक्ष के चुनाव में अध्यक्ष नियुक्त होंगे।
भाजपा जिलाध्यक्ष चुनावों की दौड में अनेक दावेदार अपनी पूरी ताकत व दम खम के साथ सांसद, विधायकों, प्रदेश से दिल्ली तक दौड लगा रहे है, जिसमें मौजूदा जिलाध्यक्ष सुरेश कोठारी के अलावा जिला प्रमुख अर्जुन पुरोहित, पूर्व विधायक जगसीराम कोली, भाजपा उपाध्यक्ष ताराराम माली, किसान मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष गणपत सिंह व पूर्व जिला महामंत्री विरेन्द्र सिंह चैहान व पूर्व जिला प्रमुख श्रीमती पायल परसरामपुरिया जिलाध्यक्ष की रेस में है। अब देखना यह है कि राज्य मंत्री ओटाराम देवासी व सांसद लुम्बाराम चैधरी एवं संघ परिवार किसके सिर पर जिलाध्यक्ष की ताजपोशी करते है, लेकिन मौजूदा समय में जिला प्रशासन सत्ता व संगठन के तालमेल में सिरोही जिले की आम जनता पीस रही है व जनप्रतिनिधियो को न तो जन समस्याओं के समाधान में दिलचस्पी है, न संगठन के पदाधिकारियो की जनता से समन्वय की सुध व जिला प्रशासन से तालमेल और इसी तरह वर्तमान सांसद व आबू पिण्डवाडा व रेवदर के विधायक में भी तालमेल नही है और क्षेत्र में वर्चस्व की लडाई में गत विधानसभा चुनावो में भीतरघात से जहां रेवदर विधायक जगसीराम कोली को पराजय का मुंह देखना पडा था और उस दौरान हुई भीतरघात में अनेक भाजपाई पार्टी से निष्कासित हुये थे वो भी अब भाजपा में घर वापसी के लिए भले ही बेचेन हो लेकिन आगामी स्वायत्तशासी संस्थाओ व पंचायतीराज संस्थाओ से पूर्व भाजपा संगठन मजबूत व एकजुट नही हुआ तो संगठन के लिये परिणाम सार्थक नही आयेगे।
जिला मुख्यालय पर सिरोही नगर मण्डल अध्यक्ष की दौड़ में मौजूदा नगर अध्यक्ष महेंद्र माली के दुबारा मनोनीत होने की संभावना कम है।जिन्हें कड़ी चुनोती जबरसिंह चौहान,महिपाल सिंह,चिराग रावल,प्रवीण राठौड़ व श्रीमती गीता पुरोहित भी रेस में है।
पर सांसद लुम्बाराम चौधरी राज्य मंत्री ओटाराम देवासी व प्रदेश संगठन चुनाव करवाता है या मनोनीत करता है यह आने वाला समय तय करेगा।

संपादक भावेश आर्य