जिला स्तरीय राजस्थान जल महोत्सव जिला मुख्यालय पर हुआ रस्मी आयोजन
लाखेराव तालाब पर सांसद, राज्य मंत्री व जिला कलेक्टर ने किया जल पूजन,

सिरोही(हरीश दवे)।
राज्य सरकार के निर्देशानुसार जल झूलनी एकादशी के पर्व पर राजस्थान जल महोत्सव के आयोजन के तहत पूरे जिले के विभिन्न बांध और तालाबों पर राजस्थान जल महोत्सव का आयोजन किया गया।वहीं जिला स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन लाखेराव तालाब को जल संसाधन खण्ड ने लाखेलाव तालाब बता कर किया ।
जिला स्तरीय कार्यक्रम की शुरुआत में अतिथियों के आगमन पर गर्म जोशी से ढोल धमाकों के साथ स्वागत किया गया।तथा सांसद लुम्बाराम चौधरी, राज्य मंत्री ओटाराम देवासी, जल महोत्सव का संक्षिप्त परिचय जिला परिषद के एसई शंकर लाल राठौर ने दिया ।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज राज्य मंत्री ओटाराम देवासी ने अपने संबोधन में पूर्व में भी सिरोही वासियों द्वारा जल बिरादरी के तहत जल संरक्षण के लिए किए गए विभिन्न कार्यों की सराहना की।उन्होंने जल महोत्सव कार्यक्रम के तहत तालाब की पूजा को भी सुखद बताया उन्होंने कहा कि विभिन्न जल स्त्रोतों में पानी की पर्याप्त उपलब्धता व अच्छी बारिश से जिले के कुएं रिचार्ज होंगे जिससे हर वर्ग लाभान्वित होगा। उन्होंने इतिहास के उन सभी व्यक्तियों का धन्यवाद ज्ञापित किया जिन्होंने अपनी दूर दृष्टि से क्षेत्र में पानी की बेहतरीन उपलब्धता के लिया तालाब व बांध सहित विभिन्न जल संग्रहण निर्माण कार्य करवाए।उन्होंने अपने संबोधन के दौरान आमजन को भी जल संरक्षण करने तथा प्रकृति से प्राप्त सभी संसाधनों के लिए सदैव आभारी रहने की बात कही।उन्होंने वृक्षारोपण व लगाए हुए पौधों के संरक्षण के लिए जनप्रतिनिधियों,अधिकारियों व आमजन की सामूहिक जिम्मेदारी बताते हुए इसके लिए सदैव कार्य करते रहने की बात कही साथ ही उन्होंने स्वयं भी क्षेत्र में जल संग्रहण के लिए अपेक्षित निर्माण कार्यों के लिए अपनी प्रतिबद्धता दर्शाई।
कार्यक्रम में सांसद लुंबाराम चौधरी ने राज्य सरकार का धन्यवाद ज्ञापित किया और कहा कि जलझूलनी एकादशी के दिन जल महोत्सव के कार्यक्रम के तहत जल पूजन से एक बेहद पुरानी परंपरा फिर से जीवंत हो उठी है। उन्होंने उम्मीद जताई कि आने वाले दिनों में अच्छी बारिश से जिले के सभी बांधों में पानी की पर्याप्त उपलब्धता हो जायेगी एवं क्षेत्रवासियों को दीर्घकालीन राहत मिलेगी।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला प्रमुख अर्जुनराम पुरोहित ने कहा कि जिले में पानी की सुखद स्थिति देख के मन आनंदित है और उत्सव जैसा माहौल है।पानी की पर्याप्त मात्रा देख के पशु- पक्षी, आमजन,अधिकारी जनप्रतिनिधि सभी बेहद खुश हैं।उन्होंने बताया कि जलझूलनी एकादशी पर हुए ऐसे आयोजन से सभी को अपनी संस्कृति से जुडने का मौका मिला है।उन्होंने सभी को प्रकृति के संरक्षण के लिए प्रेरित किया।
जिला कलेक्टर अल्पा चौधरी ने जिले में अच्छी बारिश एवं बांध व तालाबों में पर्याप्त जल की उपलब्धता की स्थिति पर खुशी व्यक्त की। उन्होंने अपने संबोधन में अच्छी बारिश के लिए प्रकृति का आभार व्यक्त करते हुए जल संरक्षण की अपील की तथा जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में जल की महत्ता के बारे में भी बताया।इस दौरान जिला कलेक्टर चौधरी ने सभी को जल संरक्षण एवं स्वच्छता की शपथ भी दिलाई।
कार्यक्रम में टाटा ट्रस्ट के कलाकारों द्वारा जल संरक्षण पर नुक्कड़ नाटक की प्रस्तुति दी गई वहीं बालिकाओं द्वारा सामूहिक नृत्य की प्रस्तुति दी गई। कार्यक्रम में राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय की छात्राओं ने स्वागत गीत की प्रस्तुति भी दी।
इससे पूर्व कार्यक्रम में अतिथियों द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूजन,दीपदान एवं आरती से तालाब की पूजा की गई।
कार्यक्रम के अंत में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रकाशचंद अग्रवाल ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
कार्यक्रम में प्रधान हंसमुख कुमार,पुलिस अधीक्षक अनिल बेनीवाल,अतिरिक्त जिला कलेक्टर डॉ दिनेश राय सापेला,अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रभुदयाल धानिया,अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी रंजीत,तहसीलदार देशलाराम,महेंद्र कुमार सहित जनप्रतिनिधि,अधिकारी – कर्मचारी व आमजन उपस्थित थे।पर आयुक्त नगर परिषद,सभापति, जनप्रतिनिधि,पार्षद,समाज सेवी,जल सरंक्षण के लिए कार्य करने वाली संस्थाएं व जल बिरादरी को बुलाना जिला प्रशशन व जल संसाधन खण्ड ने बुलाना उचित नही समझा।और सम्बंधित महकमो के अधिकारी,महिला बाल विकास कार्यकर्ताओ व सरकारी कार्मिको की उपस्तिथि में राज्य स्तरीय जल महोत्सव के आयोजन की रस्म अदायगी हुई।हालांकि सिर्फ राज्य मंत्री ओटाराम देवासी ने जल संग्रहण के क्षेत्र में सात तालाबो को बचाने की कवायद में जिला जल बिरादरी व नगर की जनता के संघर्ष व समर्पण को याद किया।
संपादक भावेश आर्य