नगरपालिका जावाल ने फर्जी पट्टो की जारी की सूची

सिरोही(हरीश दवे)।

नगर पालिका,जावाल ने एक आम सूचना आज 24 जुलाई 24 को राजस्थान पत्रिका सिरोही में प्रकाशित कर खुलासा किया है कि नगर पालिका के नाम से जो 22 पट्टे बनाकर उनका पंजीयन करवाया गया है वे सभी पट्टे फर्जी है। पालिका ने पट्टा संख्या* 158 दिनांक 6.10.2023 के बाद कोई पट्टा नही बनाया है । पालिका ने फर्जी पट्टे प्रकाश में आने के बाद पुलिस में एफआईआर दर्ज करवाई है और इन 22 पट्टो को फर्जी घोषित करते हुए इनकी रजिस्ट्री रद्द करने के लिए रजिस्टार को पत्र भी लिखा है । इन फर्जी पट्टो की जांच पुलिस उप अधीक्षक मुकेश जी चौधरी कर रहे है और उन्होंने उन लोगो के जिनके नाम से फर्जी पट्टे बने है उनको उन फर्जी पट्टो को जमा कराने का नोटिस तामील कराने पर उन लोगो ने पुलिस को बताया कि किस तरह उनसे लाखो रुपये लेकर किन लोगों ने उनको फर्जी पट्टे बनाकर दिए। जावाल के ई मित्र में बने इन फर्जी पट्टे बनाने का पूरा खुलासा हो गया है लेकिन अभी तक पुलिस उन लोगो को गिरफ्तार नही करवाई जिन्होंने ये सब फर्जीवाड़ा कर लोगो को लूटा ओर यह कार्य किया। पट्टे पर जिस इओ के साइन है उसने भी पुलिस को बताया कि उन्होंने ऐसे कोई पट्टे नही बनाये है और कुछ लोगो ने डिजिटल साइन का दुरुपयोग कर उन लोगो के नाम पट्टे बना दिये जिन्होंने पट्टे बनाने का कोई आवेदन ही पालिका में नही किया और ना कोई फीस जमा करवाई। आम सूचना में जिन पट्टो को फर्जी बताया है उनको अलग अलग तारीखो में बनाना दिखाया है और पट्टा नंबर भी मर्जी मुताबिक लिख दिया है। पालिका के पट्टे रजिस्टर में अंतिम जो पट्टा पालिका ने 6.10.23 को बनाया है उसका नम्बर 158 है जबकि फर्जी पट्टे बने है उसमे एक पट्टा 4.10.23 को बनाना बताया है उसका नम्बर 310 लिखा है। 158 के बाद कोई पट्टा बनाया ही नही तो फिर ये 310 नम्बर का पट्टा कैसे बना है। फर्जी पट्टा बनाने वालों ने नगर पालिका की रबर स्टाम्प का भी दुरुपयोग किया है ,यह सब कार्य विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लगने के बाद किया है और इसका पर्दाफाश नई सरकार के गठन के बाद हुआ है। फर्जीवाड़ा करने वाले चिन्हित होने के बाद भी इस मामले में कोई गिरफ्तारी नही होना एक बड़ा सवाल है सुशासन व पारदर्शी एडमिनिस्ट्रेशन पर। सिरोही पुलिस आये दिन बड़े बड़े अपराधों को खोल कर वर्षो से पकड़ नही आने वाले अपराधियो को पकड़ रही है और हत्या जैसे जघन्य अपराधों में भी मुल्जिमो को पकड़ लेती है तो इस फर्जी पट्टा प्रकरण में मुल्जिमो को क्यो नही पकड़ पा रही है ,यहां तो फर्जी पट्टे बनाने वाले ओर फर्जी पट्टे प्रस्तुत कर उसके आधार पर रजिस्ट्री करवाने वाले भी एक तरह से अपराध करने वाले साबित होते है। पेंच कहा फसा है,कब फर्जीवाड़ा करने वाले गिरफ्तार होंगे इस पर जनता की नजरें गढ़ी हुई है।

संपादक भावेश आर्य