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सिरोही जिले में अवैध सोनाग्राफी, हॉस्पिटलों के कारनामों पे अंकुश व मृतका जेतल कुमारी रावल मृत्यु प्रकरण की निष्पक्ष जांच की मांग

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राष्ट्रीय मानवाधिकार एवम महिला व बाल विकास आयोग के जिला सचिव हरीश दवे ने सूबे के सीएम भजनलाल व आयोग के मुख्य महासचिव रविन्द्र मिश्रा को पत्र प्रेषित कर दर्ज कराई शिकायत
सिरोही- विगत कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में 5 अक्टुम्बर 2023 की शाम करीब 4 बजे चिराग रावल की पत्नि जेतल कुमारी के प्रसव के दौरान मातृ छाया हॉस्पिटल में भर्ती करवाया था प्रसव पीडा के दौरान डाक्टर कल्पना डामोर ने सिजेरियन कर डिलबरी करवाई थी लेकिन डाक्टर की लापरवाही व चिकित्सा प्रबंधक भरतपाल बेंदा की अनदेखी के कारण प्रसव के दौरान मृत्यू हो गई थी, जिसको लेकर चिकित्सा प्रबन्धक भरतपाल बेंदा व डाक्टर ने आनन-फानन में जैतल को उदयपुर रैफर किया, लेकिन वहा के चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया है। वही उदयपुर के लिए रेफर करने के लिए बीच रास्ते में थी तभी प्रबन्धक डाक्टर ने अपने कृत्य छूपाने के लिए एक दिन पूर्व जन्में बच्चे को जबरन छुट्टी दे दी दी और प्रसव संबंधित दस्तावेज भी अपने पास रख दिये और बिना दस्तावेजों के लिए रैफर कर दिया तथा बताया गया कि दस्तावेज ई-मेल से भेज दिये है। वही तत्काल बच्चे को बाहर निकालने से स्पष्ट् होता है कि इस हॉस्पिटल में प्रसव सम्बन्धित संसाधन नहीं है। जेतल की अकाल मृत्यु डॉक्टर एवं प्रबन्धन के वजह से हुई है। रेफर करने के बाद पुरा हॉस्पिटल बन्द कर स्टाफ भी अपने अपने घर चला गया।
इस बाबत मुख्य चिकित्सा अधिकारी सिरोही द्वारा तीन चिकित्सकों की जाच टीम ने ऐनेस्थिसिया इंजेक्शन देने में प्रबन्धक भरत पाल बेदा को दोषी माना है लेकिन अभी तक उसके विरूद्ध तथा मातृछाया हॉस्पिटल के डॉक्टरों की नेगलिजेंसी पर कोई कार्यवाही नही हुई जबकि सीएमएचओ डॉ राजेश कुमार ने प्रकरण की रिपोर्ट पुलिस थाना पिंडवाड़ा को सौप दी है व पीड़ित परिवार राज्य सरकार, सांसद, राज्य मंत्री, विधायक, कलेक्टर, एसपी सबको गुहार लगा चुका है।।
राष्ट्रीय मानवाधिकार एवम महिला बाल विकास आयोग के जिला सचिव हरीश दवे ने सीएम को प्रेषित ज्ञापन में बताया की पीसीपीएनडीटी नियमो के विपरीत मातृछाया हॉस्पिटल में डॉ जगरूप मेहरू की अनुपस्थितिमें गत दिनों सीएमएचओ डॉ राजेश कुमार ने राज्य सरकार के निर्देशानुसार निरीक्षण किया व टीम के साथ दबिश दी तो अनाधिकृत व्यक्तियो दीपक चैहान नर्सिंग स्टाफ द्वारा सोनोग्राफी मशीन संचालित करता पाया गया व मातृछाया अस्पताल में नर्सिंग स्टाफ की योग्यता, सोनोग्राफी मशीन व रूम को सीज किया गया। यह अस्पताल पूर्व में भी कुख्यात रहा है।
दवे ने ज्ञापन में बताया की सिरोही जिला व पिण्डवाड़ा आदिम व दलित जाती बाहुल्य जिला है जिला मुख्यालय व जिले भर में नियमो के विपरीत निजी हॉस्पिटल व अवैद्ध सोनोग्राफी केंद्र चल रहे है व मातृछाया हॉस्पिटल में भोले भाले ग्रामीणों की अवैध रूप से की जा रही सोनोग्राफी व जेतल पत्नी चिराग रावल की इलाज के दौरान लापरवाही से मौत मानवता पर कलंक है। उन्होंने प्रदेश के सीएम भजनलाल शर्मा को ज्ञापन में इस पूरे प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच करवा दोषी हॉस्पिटल के प्रबन्धको पर सख्त कार्रवाई कर पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने की मांग की व ज्ञापन में शिकायत के रूप में राष्ट्रीय मानवाधिकार एवम महिला बाल विकास के मुख्य महासचिव रविन्द्र मिश्रा को दर्ज कराई।

संपादक भावेश आर्य

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